Farmers Protest: इस बार किसानों को रियायत देने के मूड में नहीं है पुलिस, 30 हजार जवान बॉर्डर पर तैनात, जानें- आगे की योजना
Farmers Protest 2024: साल 2020 में किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान प्रदर्शनकारी दिल्ली की सीमाओं में घुसने के बाद बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गए थे, जिसे दिल्ली पुलिस हटा नहीं पाई थी.
Kisan Andolan Delhi: किसानों के आंदोलन (Kisan Andolan) को देखते हुए इस बर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने हरियाणा यूपी से लगते सीमाओं पर चार पहले की तरह कोई भूल नहीं करना चाहती. प्रदर्शनकारी किसानों की दिल्ली में एंट्री रोकने के लिए बॉर्डर और आंतरिक हिस्सों पर सुरक्षा की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए 30 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इस बार सुरक्षा व्यवस्था की कमान खुद दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के हाथ में है. यही वजह है कि दिल्ली के बॉर्डर की किलेबंदी का काम जारी है.
चार साल पहले किसान दिल्ली में घुसने के बाद बॉर्डर पर ही बैठ (Farmers Protest) गए थे. इस बार किसानों को हाईवे पर बैठने की इजाजत नहीं दी जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली में नहीं घुसने देने के निर्देश दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर किसान घुस भी गए तो उन्हें छत्रसाल स्टेडियम में प्रदर्शन की इजाजत दी जाएगी. बता दें कि दिल्ली सरकार ने बवाना स्टेडियम को भी अस्थायी जेल बनाने से इनकार कर दिया है. जरूरत पड़ने पर स्टेडियम में प्रदर्शन के लिए एलजी से अनुमति मांगी जाएगी.
फिलहाल, सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर, टीकरी बॉर्डर, झरोदा कलां और चिल्ला बॉर्डर, नई दिल्ली सहित अन्य इलाकों की सुरक्षा के लिए 30 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. ताकि किसानों की दिल्ली में एंट्री को रोकना संभव हो सके.
दिल्ली पुलिस की रणनीति
हरियाणा और पंजाब के किसानों को दिल्ली में एंट्री रोकने के लिए पुलिस की 200 कंपनियां सिंघु, टीकरी व गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात किए गए हैं. दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय ने 82 कंपनियां दी है. इसके अलावा, पुलिस कार्यालय में काम करने वाले पुलिसकर्मियोंं की कई कंपनियों को सुरक्षा में तैनात किया है. लोकल पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई हैं.
लुटियन जोन में 1000 पुलिसकर्मी तैनात
डीसीपी नई दिल्ली देवेश कुमार के मुताबिक 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास, गृहमंत्री आवास समेत अन्य वीवीआईपी इलाकों की सुरक्षा में तैनात हैं. इसके अलावा दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मद्देनजर अभेद्य किले में बदलने का काम जारी है.
दिल्ली पुलिस ने 30,000 गोलों के आर्डर दिए
हरियाणा पंजाब के किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस कोई भी सुरक्षा चूक इस बार करने के मूड में नहीं है. किसान आंदोलन के तहत फिलहाल, सैकड़ों किसान सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. सुरक्षाकर्मी उन्हें दिल्ली में एंट्री करने से रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है. दिल्ली पुलिस ने इसके मद्देनजर अपनी सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करने के लिए आंसू गैस के 30,000 गोले मंगवाए हैं। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि हमारी तैयारी चाक-चौबंद है. पुलिस के पास बड़ी संख्या में आंसू गैस के गोले स्टॉक में हैं. मध्य प्रदेश के ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ की ‘टियर स्मोक यूनिट’ (टीएसयू) से 30,000 गोलों की नई खेप भी किसान आंदोलन के मद्देनजर मंगाई गई है.
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