Delhi Farmers Protest: किसान आंदोलन को देखते हुए कुंडली सिंधु बॉर्डर को दिल्ली पुलिस की ओर से सील किए जाने के बाद अब लोगों के लिए राहत की खबर है. दिल्ली पुलिस ने नेशनल हाईवे 44 पर सर्विस लाइन को दोनों तरफ से खोल दिया है. ऐसे में कुंडली सिंधु बॉर्डर सर्विस लाइन से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है. बॉर्डर पर सर्विस लाइन खुलने पर लंबा जाम लग गया है. हरियाणा और दिल्ली को नेशनल हाईवे 44 पर बने फ्लाईओवर पर अभी भी दिल्ली पुलिस की भारी बैरिकेडिंग थी. कंक्रीट की दीवार को सर्विस लाइन से हटाया गया है.
वहीं शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों का धरना आज 14वें दिन भी जारी है. एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर बैठे हुए है. धरने के दौरान कई बार सुरक्षाकर्मियों और किसानों की झड़प भी हो चुकी है. वहीं गौतमबुद्ध नगर में यमुना एक्सप्रेसवे के पास किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला. मार्च के दौरान भारी संख्या में किसान ट्रैक्टरों के साथ दिखाई दिए.
किसान नेता राकेश टिकैत की भी आई प्रतिक्रिया
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम संयुक्त मोर्चा की बैठक के लिए चंडीगढ़ गए थे. हमने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई है. इसका गठन उन सभी किसान संगठनों से बातचीत करने के लिए किया गया है जो संयुक्त मोर्चा से अलग हैं. अगर कोई भी संगठन संयुक्त मोर्चा में शामिल होना चाहता है, वह समिति से बातचीत कर सकता है. इस कमेटी में दर्शपाल, युद्धवीर सिंह समेत 6 लोग शामिल है.
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारी तरफ से 'ट्रैक्टर शृंखला' निकालने का कार्यक्रम तय किया गया है. दिल्ली की ओर जाने वाले हाईवे, खासकर डिवाइडर हाईवे पर ट्रैक्टर खड़े किए जाएंगे. दिल्ली हरिद्वार रोड पर मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद के लोग रहेंगे. एक नए तरीके का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. जिससे सरकारें बात सुनें. सरकार के दिमाग से किसान शब्द ना निकलें.
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