Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) की सांसद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने किसानों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 'दिल्ली कूच' करने के आह्वान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को चिट्ठी लिखी है. राज्यसभा सांसद स्वाति ने पीएम मोदी से किसानों से बातचीत कर समस्या का हल निकालने की गुजारिश की है. स्वाति ने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी भी दी है. दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चीफ ने 'एक्स' पर लिखा, ''किसानों को कांटे और आंसू गैस द्वारा रोक जाने का दृश्य काफी चिंताजनक है. मैं पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर किसानों के साथ बातचीत शुरू करें और उनकी मांगों का संज्ञान लें.''
बता दें कि हरियाणा पुलिस ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग कर रहे किसानों के दिल्ली कूच करने के बीच अंबाला के समीप शंभू में पंजाब से लगती सीमा पर लगाए अवरोधक तोड़ने की कोशिश करने वाले किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुछ किसानों को शंभू सीमा के समीप हिरासत में भी लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च में शामिल युवाओं के एक समूह ने अंबाला में शंभू सीमा पर लगाए अवरोधक तोड़ने की कोशिश की जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. जब कुछ युवाओं ने लोहे के अवरोधक तोड़े और इसे घग्घर नदी पुल से फेंकने की कोशिश की तो पुलिस को आंसू गैस के कई गोले छोड़ने पड़े. उन्होंने बाद में आंसू गैस का गोला गिराने के लिए एक ड्रोन का भी इस्तेमाल किया.
किसानों ने फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने समेत अन्य मांगों को लेकर दो केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक बेनतीजा रहने के बाद दिल्ली की ओर कूच करने का फैसला किया. कई किसानों ने अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ फतेहगढ़ साहिब से सुबह करीब 10 बजे मार्च शुरू किया और वे शंभू सीमा के जरिए दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं. किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली के काफिले को राष्ट्रीय राजमार्ग पर शंभू सीमा की ओर बढ़ते हुए देखा गया. ट्रैक्टर-ट्रॉली में बुजुर्ग, युवा और महिलाओं को बैठे हुए देखा गया.
हरियाणा की ओर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने पंजाब की ओर से सीमा पर आ रहे युवाओं के एक समूह को शंभू सीमा के समीप अवरोधकों से दूर रहने को भी कहा. हरियाणा में प्राधिकारियों ने कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटीली तारों का इस्तेमाल कर अंबाला, जींद, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सिरसा में कई स्थानों पर पंजाब के साथ राज्य की सीमाओं की किलेबंदी कर दी है.
पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर कई स्थानों पर पानी की बौछारें करने वाली गाड़ियों समेत दंगा रोधी वाहन भी तैनात किए गए हैं. सुरक्षाकर्मी ड्रोन के जरिए भी सुरक्षा पर नजर रख रहे हैं.