Delhi News: दिल्ली एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से चिलचिला देने वाली धूप और भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. गर्मी की वजह से आम जनजीवन बेहाल है. इसके बावजूद दिल्ली एनसीआर की सड़कों पर आज हजारों किसान अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे. बीते 27 दिनों से ग्रेटर नोएडा के लगभग 39 गांव से अधिक किसान अपनी कई मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के खिलाफ दिन रात धरने पर बैठे हैं. इसको लेकर उन्होंने ग्रामीण इलाकों में जनसंपर्क भी किया है. 


इसके अलावा, किसानों ने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण को ज्ञापन भी सौंपा है. किसानों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा उनके अधिकारों और पैतृक संपत्ति को लेकर बेहद मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है. अखिल भारतीय किसान सभा के प्रवक्ता डा. रुपेश वर्मा ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि लगभग 27 दिनों से हम अपनी कई मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजदू प्राधिकरण द्वारा लगातार हमारी मांगों की अनदेखी की जा रही है. 


प्राधिकरण को किसानों की परवाह नहीं


अखिल भारतीय किसान सभा के प्रवक्ता डा. रुपेश वर्मा के मुताबिक हमारी मांग में प्रमुख तौर पर 4 गुना सर्किल रेट मुआवजा, भूमिहीन किसानों को प्लाट आवंटित, कृषि क्षेत्र संबंधित विषयों पर किसानों की तत्काल सुनवाई, बच्चों के लिए रोजगार व अन्य संबंधित विषय को लेकर हम दिन-रात प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले हमने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण को भी ज्ञापन सौंपा है. हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर पहुंचकर अपना विरोध भी जताया है, लेकिन सिर्फ जांच का भरोसा देते हुए अभी तक प्राधिकरण ने इसके खिलाफ कोई भी मजबूत कदम नहीं उठाए हैं. आज एक बार फिर से ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण पर हजारों की संख्या में भूमिहीन किसान एकत्रित होंगे क्योंकि हमारी मांग में भूमिहीन किसानों से जुड़ा विषय भी शामिल है .


मांग पूरी होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन


अखिल भारतीय किसान सभा और अन्य किसान संगठनों के नेतृत्व में यह प्रदर्शन लगातार जारी है. इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा के 39 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस पार्टी का भी साथ मिला है. ड. रुपेश वर्मा ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा कि हम इस भीषण गर्मी में भी आंदोलन करने के लिए बाध्य हैं. यह तब तक जारी रहेगा जब तक हमारे अधिकारों व पूर्वजों की मूल्यवान संपत्ति को लेकर प्राधिकरण द्वारा मजबूत निर्णय नहीं लिया जाता. हमारे इस प्रदर्शन में लगातार किसान संगठन के अलावा महिलाओं और राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिल रहा है. हम यहां सिर्फ अपने अधिकार के लिए बैठे हैं और हमारा यह प्रदर्शन तभी खत्म होगा जब हमारी इन मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा ठोस निर्णय लिया जाएगा.


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