किसानों के दिल्ली मार्च से पहले सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा का पहरा सख्त, पुलिस हर खतरे से निपटने के लिए तैयार
Farmers Protest March Delhi: किसान एमएसपी के अलावा कर्ज माफी, किसानों एवं खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी न करने सहित अन्य वादों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं.
Farmers Protest March Towards Delhi: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद और दिल्ली चुनाव से ठीक पहले केंद्र के खिलाफ किसानों का आक्रोश एक बार फिर सड़क पर आ गया है. नोएडा से लेकर शंभू बॉर्डर तक किसान दिल्ली मार्च के लिए निकल पड़े हैं. दरअसल, किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी सहित अपनी कई मांगों नाराज है. उनका कहना है कि केंद्र सरकार वादों के अनुरूप किसानों की मांगों पर अमल करे.
अब किसानों के राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च के मद्देनजर रविवार को दिल्ली की सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है और सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. सिंघु बॉर्डर पर फिलहाल कम संख्या में बलों को तैनात किया गया है, लेकिन पंजाब-हरियाणा सीमा के शंभू बॉर्डर पर स्थिति के अनुसार इसे बढ़ाया जा सकता है.’’
पुलिस हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
उन्होंने कहा कि सीमा पर और दिल्ली के मध्य भाग में सुरक्षा व्यवस्थाओं के कारण यातायात प्रभावित होने की संभावना है. दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने ये भी कहा कि पुलिस नोएडा सीमा पर भी नजर रख रही है, जहां उत्तर प्रदेश के किसानों का एक अन्य समूह धरना दे रहा है. अधिकारी ने कहा कि पुलिस हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. किसानों का आरोप है कि केंद्र ने किसानों और मजदूरों से बात न करने का मन बना लिया है. वे हमें रोकने के लिए बल प्रयोग कर रहे हैं.
किसानों की मांगें
बता दें कि किसान एमएसपी के अलावा कर्ज माफी, किसानों एवं खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी न करने की मांग कर रहे हैं. वे 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को बहाल करने और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं.
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