Delhi News: दिल्ली में पटाखों की खरीद बिक्री पर प्रतिबंधित है. इसके बावजूद पटाखे फोड़ने का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें शास्त्री पार्क थाना इलाके में एक बच्चे के आंख की रौशनी पटाखे की वजह से चली गई. इस मामले में बीते शुक्रवार को शास्त्री पार्क पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है, लेकिन अब तक इस मामले में पटाखा फोड़ने वाले कि गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.


बताया जा रहा है कि पटाखा फोड़ने की यह घटना सप्ताह भर पहले की है. हादसा 15 अक्टूबर की रात 8 बजे की है. ब्रह्मपुरी की एक स्कूल में पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला 11 वर्षीय बच्चा मोहम्मद अजमत नमाज पढ़ने के बाद शास्त्री पार्क स्थित अपने घर को लौट रहा था. इस दौरान जब वह रास्ते में साइकिल रिपेयरिंग की दुकान के पास पहुंचा, तभी किसी ने एक बड़ा से पटाखा फोड़ा, जिसका एक हिस्सा उड़ कर उसकी दाहिनी आंख में जा लगा, जिससे वह मासूम तिलमिला उठा और दर्द से छटपटाते हुए आंख को दबाए किसी तरह वह घर पहुंचा, जहां उसने अपने परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी. यह पूरी घटना वहां पास ही लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई.



पटाखा लगने से बच्चे की आंख की रौशनी गई 


अजमत के परिजन तुरंत ही उसे लेकर एम्स अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने उसकी आंख का ऑपरेशन किया और मासूम के परिजनों को उसकी आंख की रौशनी चले जाने के बात बताई. घटना के बाद इसका सीसीटीवी फुटेज काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि बीच सड़क पर अनार टाइप का कोई पटाखा सुलग रहा है, जिसकी चपेट में आने से अजमत  घायल हो गया और दर्द से छटपटाते हुए घर की ओर भागा.


पुलिस छानबीन में जुटी


हादसे के बाद पुलिस दो बार बच्चे का बयान लेने के लिए अस्पताल पहुंची, लेकिन उस वक्त बच्चा बयान देने की स्थित में नहीं था. आखिरकार शुक्रवार को बच्चे के बयान के बाद मामला दर्ज किया जा सका. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर और लोगों से पूछताछ कर मामले की छानबीन में जुटी हुई है, लेकिन अब तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. पूरी घटना के बाद से बच्चे के परिजन दुखी हैं. उनका बच्चा  एक आंख से जिंदगी भर नहीं देख पायेगा. पीड़ित अजमत के पिता मसरूर ने बताया कि अभी तक उसकी आंख पर पट्टी लगी हुई है.


बैन के बावजूद पटाखों की खरीद-बिक्री जारी


बता दें कि देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने पटाखों की खरीद-बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है. बावजूद इसके कुछ लोग इसकी खरीद-बिक्री में लगे हुए हैं. हालांकि, दिल्ली पुलिस लगातार पटाखों के भंडारण और बिक्री करने वाले लोगों के बारे में पता कर उनकी धर-पकड़ कर रही है और अब तक हजारों किलो प्रतिबंधित पटाखों की जब्ती के साथ कई लोगों की गिरफ्तारी भी कर चुकी है. इसके बावजूद दिल्ली में पटाखे बेची और खरीदी जा रही हैं. यह प्रतिबंधित पटाखे न केवल प्रदूषण फैलाते हैं, बल्कि कई बार यह काफी घातक भी हो जाते हैं. 


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