Delhi News: चीन के हांगझू में इस साल का एशियन गेम्स प्रतियोगिता का आयोजन होना है. यह प्रतियोगिता 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चलेगी. इसके लिए अभी से ही एशियाई देशों के खिलाड़ियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. भारत में भी विभिन्न खेल के खिलाडियों का ट्रायल सम्बन्धित संघों द्वारा शुरू कर दिया गया है. लेकिन इसकी शुरुआत के साथ ही विवाद भी उत्पन्न हो गया है. खिलाड़ियों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए चयनकर्ताओं पर धांधली के आरोप लगाए हैं और इस मामले में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) से हस्तक्षेप की मांग कर मदद की गुहार लगाई है.


कांग्रेस नेता टाईटलर पर चयन के लिए पैसे मांगने का आरोप 
मामला कुराश खेल से जुड़ा है, जिसका एशियन गेम्स के लिए दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में 24 जून को ट्रायल आयोजित किया गया था. ट्रायल के बाद  खिलाड़ियों ने चयनकर्ताओं पर धांधली के आरोप लगाए हैं. खिलाड़ियों का कहना है कि खुलेआम उनके साथ बेईमानी की गई है. जिसके बाद खिलाड़ियों ने खेल मंत्रालय के साथ भारतीय ओलम्पिक संघ में भी शिकायत की है. खिलाड़ियों का आरोप पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर पर है, जिनका खिलाडियों की चयन की प्रक्रिया में बड़ा प्रभाव है. उनका आरोप है की टाइटलर इस वक्त किसी भी पद पर नहीं है, बावजूद इसके उनकी देखरेख में सारा काम किया जा रहा है. वे खिलाड़ियों को अलग-अलग समय पर अपने आवास पर बुलाकर पैसों की मांग कर रहे हैं. जिस वजह से उनका चयन नहीं हो पा रहा है और वे इन्साफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं. 


ट्रायल में सफल होने के बाद भी नहीं आया लिस्ट में खिलाड़ियों का नाम 
सभी खिलाड़ी हरियाणा के हैं और उनका दावा है की 24 जून को त्यागराज स्टेडियम में हुए ट्रायल में वे सफल हुए थे, लेकिन उनके साथ बेईमानी की गई. इसलिए उनकी मांग है कि दोबारा से ट्रायल कराया जाए. उनका आरोप है कि ऊँचे पद पर बैठे खेल अधिकारी उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं. ट्रायल में सफल होने के बाद भी उनका नाम लिस्ट में नहीं आया है. उनका कहना है की इस बाबत केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से उनकी मुलाकात के बाद लिस्ट को जारी किया गया, लेकिन उसमें उनका नाम नहीं है.


दुबारा ट्रायल की मांग 
इस पुरे मामले को लेकर खिलाड़ी भारतीय ऑलंपिक संघ के दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात कर उनके साथ हुई बेईमानी की जानकारी दी. खिलाडियों ने बताया की चयन प्रतियोगिता में उन्होंने जीत दर्ज की थी लेकिन लिस्ट में उनका नाम नहीं है. जिन खिलाड़ियों ने पैसे दिए उनके नाम लिस्ट में आ गए, और जिन्होंने नहीं दिए उनके नाम को लिस्ट से हटा दिया गया है. जिस पर अधिकारियों ने उन्हें न्याय का आश्वासन दिया है. इस मामले में खिलाड़ियों ने खेल मंत्री के साथ भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को भी पत्र लिखा है. खिलाड़ियों की मांग है कि एशियन गेम्स के लिए फिर से ट्रायल आयोजित किया जाए.


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