AAP की 'संजीवनी योजना' पर BJP का सवाल, 'सरकारी अस्पताल अच्छे थे तो नई स्कीम क्यों लाए?'
Sanjeevani Scheme: आप की 'संजीवनी योजना' पर बीजेपी ने निशाना साधा है. पार्टी प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि अगर सरकारी अस्पताल इतने अच्छे थे तो प्राइवेट को जोड़कर स्कीम क्यों लाए?
Delhi Sanjeevani Scheme: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुजुर्गों के लिए ' संजीवनी योजना' शुरू करने का एलान किया जिसके चलते 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त इलाज दिया जाएगा. केजरीवाल ने ऐलान करते हुए यह भी कहा कि सरकारी के साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी बुजुर्गों के इलाज पर अब कोई कोई खर्च नहीं आएगा क्योंकि इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. ऐसा माना जा रहा है कि इस योजना के शुरू होने से दिल्ली के लाखों बुजुर्गों को फायदा होगा.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता RP सिंह संजीवनी योजना को लेकर कई सवाल आम आदमी पार्टी से पूछ रहे हैं. उन्होंने कहा, "केजरीवाल एक्पोज हो गए हैं! सरकारी अस्पताल गड़बड़ हैं इसलिए प्राइवेट में छूट दे रहे हैं. पहले वादा था कि सभी का इलाज दिल्ली में फ्री होगा, अब कह रहे हैं कि 60 से ऊपर वालों का इलाज फ्री होगा. झूठ पकड़ा गया केजरीवाल का. मोहल्ला क्लिनिक में तीन बच्चों की हत्या हो गई थी क्योंकि दवाई गलत दी थी, मोहल्ला क्लिनिक फ्रॉड गेम है. ये विफल हो गया है. अगर सरकारी अस्पताल आपके वर्ल्ड क्लास थे तो प्राइवेट को जोड़ कर नई स्कीम क्यों ले आए?"
मोहल्ला क्लिनिक को लेकर लोगों ने साझा किया अनुभव
'संजीवनी योजना' पर एबीपी न्यूज़ ने 60 वर्ष से ऊपर के लोगों से बात की और उनकी प्रतिक्रिया भी ली. 64 वर्ष के रमन कहते हैं कि मेरा अनुभव मोहल्ला क्लिनिक को लेकर बहुत अच्छा रहा है. मैं चार पांच महीने से वहां जा रहा हूं. ये करेंगे तो बहुत अच्छी चीज़ है. किसी सरकार ने ऐसी सहूलियत अब तक नहीं दी है. मोहल्ला क्लिनिक बहुत साफ होते हैं , मेरी पत्नी डेढ़ साल से क्लिनिक जा रही हैं और उनका अच्छा इलाज होता है.
दिल्ली में आयुष्मान भारत लागू नहीं होने से निराशा
हरीश मालिक इस मामले पर संदेह जताते हुए कहते हैं कि "इसका कोई फायदा नहीं मिलना. सेंट्रल गवर्नमेंट ने ये स्कीम दी थी तो इन्होंने क्यों नहीं लागू की? इलेक्शन की वजह से ऐसा किया जा रहा है. ये लागू करेंगे तो देखा जाएगा. सरकारी अस्पताल में तो नंबर ही नहीं आता."
पटेल नगर के 67 वर्षीय महेश शर्मा कहते हैं कि ये चुनावी वादा ही है. दिल्ली में आयुष्मान भारत क्यों लागू नहीं की? ये सब इलेक्शन के लिए किया जा रहा है? मेरा अनुभव मोहल्ला क्लिनिक को लेकर भी बुरा है, मेरे घर के पास का क्लिनिक काफी समय से बंद पड़ा है. 71 वर्ष के मोहन आर्य कहते हैं कि जितनी भी पार्टी आती हैं सब वादा करती हैं ,पूरा कोई नहीं कर पाता है. आम लोग बस उम्मीद ही लगाए बैठे रहते हैं. नेता हमेशा झूठ ही बोलते हैं. मुझे कभी अस्पताल जाने की जरूरत अब तक नहीं पड़ी है.
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