G20 Summit India: पिछले लगभग एक साल से जिस जी-20 सम्मेलन को लेकर तैयारियां चल रही थी, आखिरकार उस सम्मेलन का समय आ गया और आज शाम से ही सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और उनके प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. इस सम्मेलन के लिए जहां पूरी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया है, तो वहीं सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. नई दिल्ली जिला और उसके आसपास के इलाकों में जहां स्कूल-कॉलेज और सरकारी-निजी कार्यालयों को बंद रखा गया है, तो वहीं वाहनों को लेकर भी कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस के जवान लगातर सड़कों पर पट्रोलिंग कर सुरक्षा-व्यवस्था को चाक-चौबंद करने में लगे हुए हैं.
दिल्ली पुलिस ने बनाया फुलप्रूफ प्लान
सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने पूरे इंतजाम कर रखे हैं. सड़क पर जहां दिल्ली पुलिस अपने लॉजिस्टिक वैन के सहारे किसी भी अप्रिय घटना, प्रदर्शन और दंगो से निपटने के लिए तैयार रहेगी तो वहीं दूसरी तरफ यमुना और खादर इलाकों में भी पुलिस मोटर बोट और ट्रैक्टर से पट्रोलिंग करेगी. जिससे किसी भी तरह की घुसपैठ को नाकाम किया जा सके. दरअसल, मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले के लिए आतंकियों ने समुद्री रास्ता अपनाया था. जिसे देखते हुए दिल्ली पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों ने फुलप्रूफ प्लान बनाया है, जिससे कि यमुना के रास्ते किसी भी तरह की आतंकी घटनाओं को अंजाम न दिया जा सके.
यमुना में बोट तो खादर में ट्रैक्टर से होगी पट्रोलिंग
इसके लिए दिल्ली पुलिस के जवान, जी-20 सम्मेलन से संबंधित कार्यक्रम के दौरान लगातार मोटर बोट से यमुना में पट्रोलिंग करते रहेंगे. वहीं, खादर के उबड़-खाबड़ रास्तों पर पुलिस वैन और जिप्सी से चलना काफी कठिन होगा तो उससे निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ट्रैक्टर पर सवार होकर खादर इलाकों में पट्रोलिंग करेगी. इस दौरान मोटर बोट और ट्रैक्टर पर सवार पुलिस के जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैस रहेंगे. वहीं 8 से 10 सितंबर के बीच राजघाट के पीछे मछुआरों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जबकि 10 सितंबर को वहां की सुरक्षा और भी कड़ी कर दी जाएगी क्योंकि इस दिन डेलीगेट्स राजघाट आएंगे.
संवेदनशील जगहों पर पुलिस रहेगी अलर्ट
वहीं सड़क पर दिल्ली पुलिस विक्रांत जहाज की तरह अपनी लॉजिस्टिक वैन में डंडा, पथराव से बचाव के लिए शील्ड, हेलमेट, अनाउंस मेंट के लिए लाउडस्पीकर, आंसू गैस के गोले आदि के साथ दंगाईयों और प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी में रहेगी. सम्मेलन के दौरान किसी भी संवेदनशील जगहों पर अगर इस तरह की कोई स्थिति उत्पन्न होती है तो पुलिस तुरंत ही अपने मोबाइल स्टोर वैन से इन उपकरणों को लेकर स्थिति पर काबू कर लेगी.