Delhi News: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरव भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने जी-20 समिट (G20 Summit 2023 India) के मद्देनजर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के संबंध में एक बैठक के दौरान विदेश से आने वाले मेहमानों के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से की गई स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. I बैठक में सेक्रेट्री हेल्थ, स्पेशल सेक्रेटरी डीएचएस, डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज, मेडिकल डायरेक्टर लोकनायक अस्पताल, मेडिकल डायरेक्टर जीटीबी अस्पताल, मेडिकल डायरेक्टर दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल, मेडिकल सुपरीटेंडेंट नर्सिंग होम्स डीएचएस (एचक्यू), इनचार्ज डिजास्टर मैनेजमेंट सेल डीएचएस (एचक्यू) मौजूद रहे. बैठक में मंत्री सौरव भारद्वाज ने जी-20 समिट के संदर्भ में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा की गई तैयारी का जायजा लिया. 


समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि 8 सितंबर 2023 से दिल्ली में जी-20 समिट का आयोजन होने वाला है, जिसको लेकर के दिल्ली में तैयारी बेहद जोर शोर से चल रही हैं. दिल्ली सरकार के सभी विभाग जिनका इस समिट में किसी न किसी प्रकार से कोई भागीदारी है युद्ध स्तर पर अपनी जिम्मेदारियां को निभाने और सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा हुआ है. जी-20 समिट को लेकर किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. 


लापरवाही बर्दाश्त के काबिल नहीं


स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचने के निर्देश दिए. साथ ही साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त न करने के संकेत भी दिए. उन्होंने बताया कि जी-20 समिट के मद्देनजर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए दिल्ली सरकार ने अपने पांच बड़े अस्पताल और तीन प्राइवेट अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है. इनमें लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल एवं प्राइमस अस्पताल चाणक्यपुरी, मैक्स अस्पताल साकेत, मणिपाल अस्पताल द्वारका भी शामिल है. मंत्री सौरव भारद्वाज ने बताया की लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में 20 कमरे, जीबी पंत अस्पताल में 10 कमरे, जीटीबी अस्पताल में 20 बेड, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 65 बेड और बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल में 40 बेड जी-20 समिट के मध्य नजर किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए रिजर्व किए गए हैं. उन्होंने बताया कि यह तैयारी प्राथमिकता के आधार पर की गई है, हालांकि किसी भी प्रकार की जरूरत पड़ने पर पूरे अस्पताल को भी अलर्ट पर रखा गया है.


नर्सिंग स्टाफ की अलग से 80 टीमें गठित


सौरभ भारद्वाज ने बताया जी-20 समिट के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों को दिल्ली के अलग-अलग 25 होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई है. इसी व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ की 80 टीमों का गठन किया है. यह टीमें इन सभी मेहमानों की सेवा में इन 25 होटल में तैनात रहेगी. इन 80 टीमों में से 75 टीमें शिफ्ट वाइस काम करेंगी. प्रत्येक होटल में तीन टीमों को तैनात किया गया है, जो की आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगी. यह टीमें अपने-अपने समय अनुसार 24 घंटे विदेश से आने वाले मेहमानों की सेवा में तत्पर रहेंगी. अन्य पांच टीमें बैकअप के तौर पर रखी गई हैं. यदि कही किसी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी आती है या किसी टीम में कोई डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ किसी कारणवश उपलब्ध नहीं हो पता है, तो उनकी जगह पर बैकअप में रखी गई इन पांच टीमों में से डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई कोताही विदेशी मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में नहीं की जाएगी.


आपात सेवा के लिए अलग से 106 एंबुलेंस


स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया ना केवल अस्पताल और डॉक्टरों की टीमें विदेश से आने वाले मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में तैनात किए गए हैं, बल्कि सभी प्रकार की प्राथमिक आधुनिक व्यवस्थाओं से परिपूर्ण 106 एम्बुलेंस भी जी-20 समिट के मद्देनजर तैयार की गई है.यह सभी 106 एंबुलेंस 24 घंटे हाई अलर्ट पर रहेगी. किसी भी प्रकार की कोई मेडिकल इमरजेंसी की सूचना प्राप्त होते ही तुरंत ये एंबुलेंस के जरिए बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री सौरव भारद्वाज ने बताया कि इन एंबुलेंस में सभी प्रकार की वह सुविधाएं, जो किसी भी बीमार व्यक्ति को प्राथमिक तौर पर तुरंत मिलने से उसकी जान बचाई जा सकती है, वह सभी उपलब्ध हैं. न केवल सामान्य रोगी बल्कि हार्ट अटैक के मरीज को भी इस एंबुलेंस द्वारा वह चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सकेगी, जिसके जरिए से हार्ट अटैक का मरीज भी अस्पताल तक पहुंच सकेगा.


एनेस्थीसिया एक्सपर्ट की अलग से लगी ड्यूटी


के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इन सभी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ एक और खास व्यवस्था का भी इंतजाम किया गया है. उन्होंने बताया कि कई बार इस प्रकार की स्थिति बन जाती है कि जिसमें की किसी मरीज को तुरंत प्रभाव से उपचार देने हेतु किसी प्रकार के ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ जाती है. ऐसी स्थिति में मरीज को बेहोश करने के लिए एनेस्थीसिया का दिया जाना बेहद जरूरी होता है और एनेस्थीसिया देने के लिए एक विशेष प्रकार के स्पेशलिस्ट की आवश्यकता होती है. उन्होंने बताया कि ऐसी किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए भी दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने 30 एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्ट को 24 घंटे हाई अलर्ट पर रखा है. जी-20 समिट के मद्देनजर इन सभी डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, ताकि इस समिट के दौरान यदि किसी प्रकार की ऐसी कोई इमरजेंसी देखने में आती है, तो तुरंत प्रभाव से रोगी को उपचार दिया जा सके और एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट की कमी के कारण किसी भी प्रकार की कोई क्षति न हो.


25 होटलों में ठहरें हैं विदेशी मेहमान


स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा की जिन 25 होटल में विदेश से आने वाले मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था की गई है, उनकी लोकेशन को देखते हुए ना केवल दिल्ली सरकार के सरकारी अस्पतालों बल्कि उसके साथ-साथ दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने तीन प्राइवेट अस्पतालों को भी हाई अलर्ट पर रखा है. उन्होंने बताया की इन प्राइवेट अस्पतालों में चाणक्यपुरी का प्राइमस अस्पताल, साकेत में स्थित मैक्स अस्पताल और द्वारका में स्थित मणिपाल अस्पताल शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री सौरव भारद्वाज ने कहा कि जिन होटलों में विदेश से आने वाले मेहमान ठहरे हैं, यह अस्पताल उनके काफी नजदीक पड़ते हैं. उन्होंने कहा कि यदि कोई ऐसी स्थिति देखने में आती है कि किसी व्यक्ति को तुरंत प्रभाव से अस्पताल ले जाने की आवश्यकता है और अधिक दूर स्थित अस्पताल ले जाने पर किसी प्रकार की जान की हानि हो सकती है, तो उसको तुरंत प्रभाव से इन नजदीक स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.


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