G20 Summit in Delhi: बिना नाम लिए संजय सिंह का BJP पर हमला, कहा- "दुनिया में भारत की पहचान गांधी, गोडसे नहीं'
G20 Summit In India: आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि कुछ बातें कट्टरपंथियों को समझने की जरूरत है. नफरत की बुनियाद पर दुनिया का कोई मुल्क आगे नहीं बढ़ सकता. हिंसा से विनाश मिलेगा, अहिंसा से विकास.
Delhi News: दिल्ली में दो दिनों से जारी जी20 सम्मेलन (G20 Summit in Delhi) के बीच आज आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा से निलंबित सांसद संजय सिंह (Sanjay singh) ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बगैर बड़ा हमला बोला है. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि लिखा है कि दुनिया के दिग्गज नेता आज राजघाट पहुंचकर गांधी को नमन कर रहे हैं. इससे आगे वो लिखते हैं, भारत की पहचान गांधी (Mahatma Gandhi) से है न कि गोडसे ( Nathuram Godse) से.
कुछ देर पहले उन्होंने एक अन्य ट्वीट में जी20 के नेताओं का राजघाट पहुंचने के बाद लिखा था कि पूरी दुनिया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आगे श्रद्धा से अपना सिर झुका लेती है. पूरी दुनिया में भारत की पहचान “अहिंसा है, हिंसा नहीं”. ये बात कट्टरपंथियों को समझने की जरूरत है. नफरत की बुनियाद पर दुनिया का कोई मुल्क आगे नहीं बढ़ सकता. हिंसा से विनाश मिलेगा, अहिंसा से विकास. जी20 के राष्ट्राध्यक्षों ने दी गांधी को श्रद्धांजलि.
I.N.D.I.A. से डरती है BJP
इससे पहले इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की चर्चा पर उन्होंने कहा था कि विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया बनने के कारण मोदी जी देश का नाम बदलने पर उतारू हो गए हैं. वह इंडिया गठबंधन से डरते हैं. अगर कल गठबंधन का नाम भारत हो जाएगा तो क्या वो “भारत” का नाम बदल देंगे ये तो देश के साथ गद्दारी है। ऐसे में क्या वो भारत का नाम बीजेपी रख देंगे.
NDA को 2024 में सता से बाहर जाना तय
बता दें कि संजय सिंह ने बीजेपी पर ताजा हमला उस समय बोला है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जी20 के राष्ट्राध्यक्षों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे. इसके अलावा, संजय सिंह ने शुक्रवार को सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का परिणाम आने के बाद कहा था कि बीजेपी की हार के अभी ये संकेत हैं. लोकसभा चुनाव में भी इंडिया ही जीतेगी. बीजेपी भले ही पूरी ताकत लगा ले, लोकसभा चुनाव NDA का गठबंधन चुनाव नहीं जीत सकता. उसका 2024 में सत्ता से बाहर जाना तय है।