Gautam Buddha Nagar News: गौतम बुद्ध नगर की सड़कों से हटेंगे 30 हजार पुराने वाहन, परिवहन विभाग ने शुरू की पहल
NGT: गौतम बुद्ध नगर में जल्द ही सैकड़ों वाहन सड़क से हटा लिए जायेंगे. जिले में कई वाहन ऐसे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन टाइम खत्म हो चुका है. सभी प्रक्रिया एक महीने में होगी पूरी.
Gautam Buddha Nagar: अगर आप गौतम बुद्ध नगर में रहते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जिले में परिवहन विभाग पुरानी गाड़ियों के खिलाफ काफी सख्त हो गया है. विभाग जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई करने वाला है. इसके तहत विभाग ने सड़कों से 30 हजार पुराने वाहनों को हटाने की पहल शुरू कर दी है. दरअसल जिले में लगभग एक लाख वाहन ऐसे है जिनका रजिस्ट्रेशन टाइम खत्म हो चुका है लेकिन आलम यह है कि वो अब भी सड़कों पर दौड़ती नजर आती है.
कम होगा प्रदूषण
परिवहन विभाग का कहना है कि इन वाहनों के सड़कों से हट जाने पर न सिर्फ प्रदूषण कम होगा बल्कि सड़क पर दवाब भी कम हो जाएगा. बता दें कि जिले में वाहनों की संख्या इतनी ज्यादा है इसलिए धीरे धीरे रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा.
दिल्ली-एनसीआर में एनजीटी का नियम है लागू
दरअसल गौतम बुद्ध नगर में वाहनों को हटाने वाली लिस्ट विधानसभा चुनाव से पहले ही बना ली गई थी. तब जिले में आचार संहिता लगी हुई थी. दिल्ली एनसीआर कि बात करें तो दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने 10 साल से ज्यादा पुरानी डीजल के वाहन और 15 साल से ज्यादा पुराने पेट्रोल की गाड़ियों पर पाबंदी लगा दी है. एनजीटी ने यह फैसला शहर में बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए लिया था.
एनजीटी के फैसले का असर
एनजीटी के फैसले का असर है कि गौतम बुद्ध नगर में 1 लाख ऐसी गाड़ियों की पहचान की गई जिसका रजिस्ट्रेशन खत्म हो चुका है, लेकिन वह भी सड़कों पर चल रही है. जिसके बाद परिवहन विभाग अब इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन निरस्त करना शुरू कर देगा. परिवहन विभाग काफी पहले ही यह प्रक्रिया करने वाला था लेकिन तब जिले में विधानसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लागू थी. ऐसे में पंजीकरण निरस्त नहीं हो पाया. इसीलिए अब एक बार फिर परिवहन विभाग ने काम करना शुरू कर दिया है.
पहले चरण में हटेगी 30 हजार गाड़ी
परिवहन विभाग के इस फैसले कि जानकारी देते हुए एआरटीओ प्रशासन एके पांडे ने बताया कि जिले में एक लाख ऐसे वाहन हैं जिसका रजिस्ट्रेशन अब पूरा हो चुका है. ऐसे में एक साथ इन वाहनों का पंजीकरण निरस्त नहीं किया जाएगा. पहले चरण में कुल 30 हजार वाहनों के पंजीकरण निरस्त किए जाएंगे. इसके बाद धीरे-धीरे प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा.
इस पूरी प्रक्रिया को 1 महीने में खत्म कर दिया जाएगा. उसके बाद भी अगर पंजीकरण निरस्त करने वाली कोई गाड़ी सड़कों पर चलती नजर आएगी तो उस गाड़ी को जब्त करके उसे कबाड़ में कटवा दिया जाएगा. इसका भी खर्चा गाड़ी के मालिक से ही वसूला जाएगा.
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