Ghaziabad News: देश में कोरोना वायरस और उसके नए वेरिएंट का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गाजियाबाद में सोमवार को कोरोना वायरस के 135 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले साल 27 मई की तुलना में कहीं अधिक है. पिछले साल 27 मई को सबसे ज्यादा 169 कोरोना से संक्रमित मरीज पाए गए थे.


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा है कि दिसंबर 2021 और जनवरी 2022 के दौरान कुल कोरोना संक्रमणों के लगभग 90 फीसदी मामले इंदिरापुरम, वसुंधरा, कौशांबी, राज नगर और राज नगर एक्सटेंशन और कवि नगर जैसे प्रमुख इलाकों से सामने आए हैं.


रोकथाम सम्बंधित उठाए गए क़दमों के बारे में गाजियाबाद के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. सुनील त्यागी ने कहा, “हमने जिले में कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि के बीच निगरानी और नियंत्रण अभ्यास बढ़ा दिया है. हमने सभी 82 रैपिड रिस्पांस टीमों (RRTs) को निर्देश दिया है कि वे हर मरीज के लिए सुविधा आवंटन सुनिश्चित करें और उसी दिन घर जाएं." उन्होंने आगे बताया, “टीमों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है कि वे हर दिन हर मरीज को बुलाएं और उनकी भलाई का जायजा लें. उन्होंने आगे बताया कि हमने 58 अस्पतालों में 3,459 कोविड बेड स्टैंडबाय पर रखा है और अगर जरूरत पड़ी तो हम जिले में उपलब्ध कुल 10,000 बेड में से 6,000 तक बेड बढ़ाएंगे."


रोजाना होने वाली टेस्टिंग का आंकड़ा भी नहीं हो सका पूरा 


बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राज्य सरकार द्वारा तय की गई रोजाना टेस्टिंग का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो हो सका है. उत्तर प्रदेश सरकार ने रोजाना 7,400 सैंपलों की टेस्टिंग का टारगेट रखा है. जिले ने 3,305 नमूनों का परीक्षण किया गया वहीं दैनिक लक्ष्य में लगभग 4,095 नमूनों की कमी देखी गई. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सोमवार को सैंपलिंग की पॉजिटिव रेट बढ़कर 2.42% हो गई जो मई 2021 के बाद से सबसे ज्यादा है.


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