UP News: गाजियाबाद (Ghaziabad) पुलिस ने कथित रूप से संपत्ति हड़पने के प्रयास में गैंगरेप (Gangrape) का आरोप लगाने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया है. पिछले दिनों दिल्ली की इस महिला ने आरोप लगाया था कि उसके साथ पांच लोगों ने दो दिनों तक गैंगरेप किया और फिर घायल हालत में बोरे में बंदकर सड़क पर फेंक दिया. इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने गाजियाबाद के एसएसपी को नोटिस भेजा था. वहीं, जांच के दौरान पुलिस ने यह दावा किया था कि इस महिला द्वारा लगाया गया आरोप झूठा है और उसने संपत्ति हड़पने के लिए रेप की झूठी कहानी गढ़ी थी.


महिला को 14 दिन की न्यायिक हिरासत


महिला ने यह आरोप लगाया था कि उसे राजनगर एक्स्टेंशन से अगवा कर लिया गया था और पांच लोगों ने दो दिन तक उसका रेप किया था. इस संबंध में अब गाजियाबाद के एसपी (सिटी-वन) निपुन अग्रवाल ने कहा, 'महिला को हमारी पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है. उसे बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.' 



महिला के साथ भी हो चुके हैं गिरफ्तार


महिला के साथी आजाद, अफजल और गौरव को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने शुक्रवार को बताया था कि महिला, आजाद, अफजल और गौरव के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था. उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किये गये थे. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुधवार को ट्वीट कर बताया था कि 36 वर्षीय महिला को बोरी में बंद पाया गया है. उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे और वह घायल थी. हालांकि गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा था कि महिला ने झूठा आरोप लगाया था और उसने संपत्ति विवाद में साजिश रची थी. 


बयान में मिला था विरोधाभास


महिला ने जिन पांच लोगों पर उसने आरोप लगाए थे उनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया था.  वहीं, जब यह पूछा गया कि गिरफ्तार लोगों को छोड़ा जाएगा. इस पर आईजी मेरठ प्रवीण कुमार ने कहा था कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं, न ही कोई ऐसी घटना हुई है. वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा था कि महिला और उसके परिवार के सदस्यों के बयान अलग-अलग मिले हैं. 


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