Dhanteras 2021: बाजार में दीपावली से पहले धनतेरस की सकारात्मक शुरुआत हुई और महामारी के चलते लागू प्रतिबंधों में ढील के साथ मांग में तेजी देखने को मिली. धनतेरस के मौके पर सोना और चांदी की खरीदारी भी तेज है. सोने की कीमतों में नरमी से भी खरीदारी बढ़ी.


हिंदू मान्यता के अनुसार धनतेरस को कीमती धातुओं से लेकर बर्तनों तक की खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है. व्यापारियों को उम्मीद है कि सोने की बिक्री महामारी से पहले के स्तर को हासिल कर लेगी. व्यापारियों ने यह भी कहा कि सुबह 11.30 बजे (मुहूर्त समय) के बाद बाजार में लोगों की भीड़ बढ़ी और यह सिलसिला बुधवार सुबह तक जारी रहेगा. सोने की कीमत मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में 46,000-47,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (करों को छोड़कर) के दायरे में थीं, जो इस साल अगस्त में 57,000 रुपये से अधिक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी. हालांकि, सोने की दर अभी भी धनतेरस 2020 के भाव 39,240 रुपये प्रति 10 ग्राम की तुलना में 17.5 प्रतिशत अधिक है.


जानिए धनतेरस पर बेचा जाता है कितना सोना 


एक अनुमान के मुताबिक धनतेरस के दिन 100-150 टन सोना (महामारी से पहले के वर्षों में) बेचा जाता है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के क्षेत्रीय सीईओ (भारत) सोमसुंदरम पी आर ने कहा, ‘‘मांग में कमी, कीमतों में नरमी और अच्छे मानसून के साथ ही लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों में राहत से मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि यह तिमाही हाल के वर्षों में सबसे बेहतरीन तिमाही होगी.’’


चेयरमैन आशीष पेठे ने कही ये बात 


अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण स्थानीय परिषद के चेयरमैन आशीष पेठे ने कहा कि इस साल उपभोक्ता मांग बहुत सकारात्मक है और मूल्य के लिहाज से बिक्री पिछले साल की तुलना में 10-15 प्रतिशत अधिक होगी और मात्रा के लिहाज से यह 2019 के स्तर के बराबर रहेगी. उन्होंने कहा कि देश भर में, खासकर उत्तर, पूर्व और पश्चिमी क्षेत्रों में बेहतर कारोबार की उम्मीद है.


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