Delhi News: दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को दिल्ली सरकार के मंत्रियों की गिरफ्तारी के खिलाफ चलाए गए डोर टू डोर हस्ताक्षर अभियान की समाप्ति पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली को शिक्षा और स्वास्थ्य का मॉडल देने वाले मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जैसे केजरीवाल सरकार के दो-दो बेहतरीन मंत्रियों को फर्जी तरीके से गिरफ्तार कर जेल में डाला गया. केंद्र और बीजेपी की इस साजिश के खिलाफ 13 मार्च से शुरू आप के डोर टू डोर अभियान को दिल्ली के 10 लाख से ज्यादा लोगों का समर्थन मिला है. 


उन्होंने दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों की गिरफ्तारी को बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया. उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई के इस कार्रवाई को दिल्ली के लोग सही नहीं मानते. मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी सही नहीं है. दोनों बहुत मेहनत से दिल्ली की शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मॉडल पेश किया. इसके बावजूद उनकी गिरफ्तारी को सही कैसे कहा जा सकता है. 



भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना है तो देश के लुटेरों को गिरफ्तार ​कीजिए


उन्होंने केंद्र सरकार और बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से साफ है कि आप किससे लड़ रहे हैं. अगर आपको भ्रष्टाचार से लड़ना है तो उस अरबपति को गिरफ्तार ​कीजिए जिसने देश के अरबों रुपये लूट लिए. देश के लुटेरे को आपने सोचने पर मजबूर किया कि आपकी की लड़ाई किससे है. आप अच्छे काम को नहीं रोकिए. सिसोदिया और जैन दिल्ली सरकार में महत्वपूर्ण कड़ी हैं. उन्होंने मेहतन से अच्छा काम कर उदाहरण पेश किया है. देश और दुनिया में दिल्ली का नाम हुआ.


आप भी काम कीजिए, हमें भी करने दीजिए


गोपाल राय ने कहा कि ​मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन से ईडी और सीबीआई ने पूछताछ की, हजारों जगह छापे मारे, रिश्तेदारों, जानकारों, उनके आवास और कार्यालयों पर छापेमारी की, लेकिन जांच के दौरान दोनों के खिलाफ कुछ नहीं मिला. फिर भी दोनों जेल में हैं. केंद्र सरकार को चाहिए कि वो दिल्ली के लोगों की भावनाओं को समझें. पीएम मोदी से हाथ  जोड़कर विनती करता हूं कि दिल्ली वाले एक ही चीज चाहते हैं. आप भी अच्छा काम करें. पीएम नरेंद्र मोदी जी आप लंबी लकीर खींचिए, पर हमें भी काम करने दें. उन्होंने ये भी कहा कि आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के दो-दो मंत्रियों की गिरफ्तारी के खिलाफ 13 मार्च से डोर टू डोर अभियान शुरू किया था. करीब एक महीने के दौरान दिल्ली के 10 लाख लोगों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखे. दिल्ली की जनता ने इस पत्र में पीएम मोदी से मार्मिक अपील की है. इसमें लोगों के नाम,पते और मोबाइल नंबर भी शामिल हैं. इन चिट्ठियों में लोगों की भावनाएं शामिल हैं. अब हम इन चिट्ठियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भेजेंगे. ताकि वो दिल्ली वालों की भावनाओं को समझ सकें.


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