'दिल्ली में प्रदूषण में 30 फीसदी की कमी', मंत्री गोपाल राय का दावा, समर एक्शन प्लान पर कही ये बात
Delhi Pollution Control: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मीडिया को दी.
Delhi News: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने कहा कि प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए केजरीवाल सरकार लगातार काम कर रही है. पिछले वर्षों की तुलना में प्रदूषण में तीस फीसदी से ज़्यादा कमी देखी जा रही है. सर्दियों में बढ़ने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए हम विंटर एक्शन प्लान (Winter Action Plan) के तहत काम करते हैं. पिछले साल से हमने समर एक्शन प्लान की शुरुआत की थी, ताकि दीर्घकालीक उपायों के अलावा ख़ासकर गर्मियों में डस्ट पॉल्यूशन को कम करने के लिए काम किया जाए.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुरुवार को गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में 24 मई से 12 जून के बीच AQI मॉडरेट या पुअर कैटेगरी में रही है. इसे और कैसे कम किया जाए इसे लेकर काम कर रहे हैं. आज दिल्ली सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक करके हमने समर एक्शन प्लान-2024 को फ़ाइनल किया है. समर एक्शन प्लान-2024 के तहत पंद्रह बिंदुओं पर फ़ोकस किया जाएगा. 15 जून से 15 सितंबर तक इस समर एक्शन प्लान के प्रमुख बिंदुओं पर फ़ोकस करके सरकार काम करेगी. आज हुई बैठक में 30 विभाग शामिल रहे.
पौधारोपण का लक्ष्य बढ़ाने का लिया फैसला
मंत्री गोपाल राय ने कहा कि समर एक्शन प्लान का प्रमुख बिंदु पौधारोपण है. दिल्ली की सभी ग्रीनिंग एजेंसियों को उनका अपना प्लान बनाने को कहा गया है, उनकी मीटिंग 18 जून को होगी. सभी को कहा गया है कि पिछली बार की तुलना में इस साल पौधारोपण का लक्ष्य बढ़ाएं. प्लांटेंशन पॉलिसी को रिवाइव करने का भी निर्णय लिया गया है. ट्रांस्प्लांट प्लांट्स के सर्वाइवल रेट बढ़ाने के लिए अलग अलग स्टडी के हिसाब से कदम उठाया जाएगा.
कूड़े के पहाड़ कम करने के लिए MCD को दिया निर्देश
उन्होंने बताया कि डस्ट पॉल्यूशन पर रोक लगाने के लिए 15 जून से 30 जून के बीच एंटी डस्ट कैम्पेन चलाया जाएगा. इसके लिए अलग अलग एजेंसियों की 580 टीमें फ़ील्ड में जाएंगी. ओपन बर्निंग रोकने के लिए 573 टीमें बनाई गई हैं. कूड़े के पहाड़ों पर आग न लगे इसके लिए अलग से प्लान बनाया गया है. कूड़े के पहाड़ों को कम करने का काम बहुत धीमी गति से हो रहा है. MCD को निर्देश दिया गया है कि मॉनिटरिंग का काम बढ़ाएं ताकि काम की रफ़्तार बढ़ सके. औद्योगिक कचरे को रोकने के लिए 33 टीमें बनाई गई हैं. पड़ोसी राज्यों से हम संवाद शुरू कर रहे हैं ताकि सर्दी में प्रदूषण न बढ़े इसके लिए अभी से ही वे कदम उठाएं. डीज़ल गाड़ियों को कम करके EV की संख्या बढ़ाई जाए.
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