दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिये दिल्ली सरकार के विंटर एक्शन प्लान को लेकर गुरुवार (29 अगस्त) सचिवालय में बड़ी बैठक हुई. इसमें आर्टिफिशियल बारिश को लेकर भी चर्चा हुई. दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने  विंटर एक्शन प्लान को लेकर दोपहर 12 बजे सभी अधिकारियों और पर्यावरण से जुड़े विशेषज्ञों की मीटिंग बुलाई थी. इस बैठक में एक्सपर्ट से उन सुझावों पर चर्चा हुई जिसके ज़रिये प्रदूषण की समस्या को कम किया जा सके. 


आर्टिफिशियल बारिश को लेकर केंद्र को लिखेंगे चिट्ठी-गोपाल राय


बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इन सुझाव के बारे में जानकरी देते हुये कहा कि आर्टिफ़िशियल रेन को लेकर पिछले साल हमने एक कोशिश की थी. आज सुझाव आए हैं कि इसे लेकर पहले से ही काम शुरू हो. यानि जितनी भी फार्मिलिटी है वो समय रहते पूरी कर ली जाये ताकि ज़रूरत पड़ने पर आर्टिफिशियल बारिश करायी जा सके. उन्होंने कहा, "इसको लेकर कल मैं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को इसे लेकर चिट्ठी लिखूंगा ताकि पहले से ही इसके लिये परमिशन आदि को लेकर चर्चा हो सके जिसमें आईआईटी के एक्सपर्ट्स और अधिकारी भी साथ रहे."


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2016 में 110 दिन ऐसे थे जब AQI अच्छी कैटेगरी में थी. पिछले साल यह बढ़कर 206 दिन हो गये जब AQI बेहतर स्थिति में रही. यह हमारे लिये बड़ी उपलब्धि है. ख़ासकर इस दौर में जबकि दिल्ली की जनसंख्या बढ़ी है, कंस्ट्रकशन बढ़ा है, गाड़ियां बढ़ी हैं, प्रोडक्शन बढ़ा है. गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के निवासियों, पड़ोसी राज्यों और केंद्र के सहयोग से भी हम ये कामयाबी हासिल करने में सफल रहे.


पिछले साल 14 बिंदुओं के आधार पर बना था विंटर एक्शन प्लान


गोपाल राय ने कहा कि हर साल अक्टूबर महीने के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू होता है, जो जनवरी तक रहता है. इसके लिए सरकार हर साल विंटर एक्शन प्लान तैयार करती है. इस साल के लिये भी इस पर काम करना शुरू कर दिया है. आज इसके लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया था. इसमें महत्वपूर्ण विभागों के लोग भी शामिल हुए. सभी सुझावों को हम विंटर एक्शन प्लान में शामिल करेंगे. पिछले साल 14 बिंदुओं के आधार पर विंटर एक्शन प्लान बनाया गया था.


गोपाल राय ने कहा कि आज मिले सुझावों पर संबंधित विभागों को कार्योजना बनाने को कहा गया है, 5 सितंबर को सभी विभागों की ज्वाइंट बैठक भी होगी. उनकी कार्योजना को पर्यावरण विभाग समायोजित करेगा और उसे जनता के सामने रखा जाएगा.


वर्क फ्रॉम होम को और प्रमोट करने की ज़रूरत- मंत्री


कुछ सुझावों के बार में बताते हुये गोपाल राय ने कहा कि ज़ीरो कार्बन को लेकर आज पूरी दुनिया में कैम्पेन चल रहा है. आज इसे लेकर भी सुझाव आया. लोगों के बिहैवियर पैटर्न को बदलने के लिए कैम्पेन को भी इस बार एक्शन प्लान में शामिल करने का सुझाव आया है. उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट्स का सुझाव आया है कि वर्क फ्रॉम होम को और प्रमोट करने की ज़रूरत है, ख़ासकर प्राइवेट दफ्तरों के लिए ये बेहतर विकल्प हो सकता है. मैक्सिको में एक एक्सपेरिमेंट हुआ है वॉलियंटियरली व्हीकल रिस्ट्रिक्शन का. सुझाव आया है कि ऑड-ईवन की जगह इसका प्रयोग किया जाए. 


मंत्री गोपाल ने कहा कि उसके ज़रिये लोगों को इस बात के लिये प्ररित किया जायेगा कि वो खुद से ही कुछ समय के लिये अपनी गाड़ियों को लेकिन सड़कों पर निकले ताकी ईंधन से होने वाली प्रदूषण को कुछ हद तक कम किया जा सके. हालांकि इसको लेकर ऑड-ईवन जैसी कोई ज़रूरी प्रतिबंध नहीं होगा. ये लोगों के ऊपर होगा कि वो बढ़ते प्रदूषण को देखते हुये सड़कों पर गाड़ी लेकर ना निकले और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करे.


'ऑफिस टाइम को बदलने का भी सुझाव'


कुछ और सुझावों के बारे में बताते हुये मंत्री गोपाल राय ने कहा कि एक्सपर्ट से ऑफिस टाइम को बदलने का भी सुझाव आया है. क्योंकि ऑफिस जाने आने वाले सभी लोग एक समय पर ही आते जाते हैं और इससे जाम बढ़ता है और सड़कों पर गाड़ियाँ ज़्यादा समय तक रहती है जिससे प्रदूषण बढ़ता है. इसके अलावा गोपाल राय ने कहा कि सर्दियों में जो  गार्ड होते है वो ठंड से बचने के लिये अंगीठी जलाते हैं. सुझाव आया है कि CSR ( corporate social responsibility) के ज़रिए उन्हें हीटर मुहैया कराया जाए. इसके साथ ही प्रदूषण को लेकर जो हॉट स्पॉट्स है. उन जगहों पर टार्गेटेड व्हीकल ट्रैफ़िक कम करने का भी सुझाव आया है.


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