100-Day Reading Campaign: देश में छात्रों में तर्कशक्ति, कल्पनाशीलता और बेहतर तार्किक विकास के लिए भारत की सरकार की तरफ से एक खास अभियान की शुरुआत की गई है. शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पढ़े भारत अभियान के तहत रीडिंग कैंपेन की शुरुआत की है. 100 दिनों तक चलने वाले पढ़े भारत अभियान में छात्रों की लिखने, बोलने और पढ़ने की क्षमता विकसित करने को लेकर विशेष काम किया जाएगा. इस अभियान के तहत छात्रों की तर्कशक्ति, कल्पनाशीलता और शब्दकोष सुधारने पर फोकस करके लिखने और बोलने की क्षमता को बेहतर किया जाएगा.


इन क्लासों के बच्चे होंगे शामिल


शिक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस अभियान में बाल वाटिका में पढ़ने वाले कक्षा 8 तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा. इस अभियान को 100 दिनों तक यानि 1 जनवरी 2022 से 10 अप्रैल 2022 तक चलाया जाना है. इस अभियान के तहत सिर्फ छात्रों को ही नहीं बल्कि अध्यापकों और अभिभावकों को भी शामिल किया जा रहा है.


कैलेंडर के जरिए दी गई गाइडलाइन्स


इस सौ दिनों को अभियान को विशेष रूप से तैयार किया गया है. इसमें छात्रों के हर ग्रुप को हर हफ्ते एक नया लक्ष्य दिया जाएगा. अभियान के तहत पढ़ाई को बच्चों के लिए रोचक बनाने पर फोकस किया जा रहा है ताकि छात्र में जीवनभर के लिए किताबों के प्रति रूझान पैदा किया जा सके. इस अभियान के लिए मंत्रालय की तरफ से वीकली कैलेंडर भी तैयार किया गया है जिसमें तमाम गाइडलाइन्स और प्रोग्राम के प्रोटोकॉल्स साफ किए गए हैं. इन एक्टिविटिज को छात्र अपने अध्यापक, अभिभावकों या फिर साथियों के साथ मिलकर कर सकते हैं. इस अभियान को सफल बनाने की खातिर इसका डिजाइन ना सिर्फ साधारण बल्कि रोचक तरीके से तैयार किया गया है. ताकि पढ़ाई से छात्र ऊबे नहीं बल्कि किताबें पढ़ने का आनंद उठा सकें.


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