Noida News: ग्रेटर नोएडा की कंपनी में एक साथ 16 महिलाएं हो गई बेहोश, पुलिस ने कराया अस्पताल में भर्ती
ग्रेटर नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली 16 महिलाएं अचानक बेहोश हो गईं. पुलिस ने इन सभी महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया है. जिसमें से 2 डिस्चार्ज किया गया है.
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिससे इलाके में सनसनी फैल गई. दरअसल, ग्रेटर नोएडा के थाना इकोटेक-3 क्षेत्र में एक साथ 16 महिलाएं बेहोश हो गई. ये सभी महिला एलजिन इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट कंपनी में काम करती है और कंपनी में ही बेहोश हो गई, क्योंकि कंपनी में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव किया गया था. इसके बाद महिलाओं को आनन फानन में नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया जिसमे से 2 महिलाएं अब डिस्चार्ज हो गई है और 14 अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.
महिलाएं कैसे हुई बेहोश
16 महिलाओं में से एक बीमार महिला के मुताबिक लंच के दौरान मच्छरों को मारने वाली दवा का छिड़काव कराया गया था, उसने बताया कि उन लोगों ने कंपनी से शिकायत की थी, कि मच्छर काटने से उन्हें दिक्कत हो रही है. इसलिए मच्छरों को मारने वाली दवा का छिड़काव करवाया जाए. महिला ने बताया कि जब वो लोग लंच करने गए थे तब छिड़काव हुआ था. तब उन्हें इस चीज का अंदाजा नहीं था कि कंपनी में मच्छरों को मारने वाली दवा का छिड़काव किया जाएगा, इसलिए वापिस आने पर आप बेहोश होने लगे.
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11 सितंबर का है मामला
इस मामले में गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के मीडिया प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि महिलाओं के बेहोश होने की घटना 11 सितंबर की है. पुलिस को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली तो टीम मौके पर पहुंची और सभी महिला कर्मचारियों को पास के हो एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट करवाया गया. जहां फिलहाल सभी महिलाओं का इलाज जारी है. वहीं पुलिस के मुताबिक अब तक इस मामले में कोई शिकायत नहीं दी गई. जैसे ही किसी व्यक्ति के खिलाफ शिकायत मिलेगी पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी अभी मामले की जांच की जा रही है.
डॉक्टर ने क्या कहा?
वहीं महिलाओं का उपचार करने वाले डॉक्टर विजय ने बताया कि उनके अस्पताल में अचानक से 16 महिलाओं को भर्ती करवाया गया. जिसमें महिलाओं को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, इसके बाद महिलाओं को पहले उपचार दिया गया और फिर तह तक जाकर ढूंढा गया कि आखिर उन्हें किस चीज से दिक्कत हो रही है. उसके बाद पाया गया कि मच्छर मारने की दवा में कोई ऐसा केमिकल था जिससे उन्हें यह दिक्कत है. फिलहाल 16 में से 2 महिलाओं को डिस्चार्ज कर दिया गया है और 14 महिलाएं अस्पताल में भर्ती है.