Noida Smart Village: ग्रेटर नोएडा के इन गांवों में होने वाला है बड़ा बदलाव, जानिए कैसे बदलेगी 8 गांवों की सूरत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के विकास और गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए कुल 93 करोड़ रुपये का बजट बनया है. इससे ग्रेटर नोएडा के 8 गावों को स्मार्ट विलेज बनाया जाएगा.
Greater Noida News: नोएडा की ही तरह अब ग्रेटर नोएडा के गांवों को स्मार्ट विलेज बनाया जाएगा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के विकास और गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए कुल 93 करोड़ रुपये का बजट बनाया है. इन रुपयों से शहर और गांव को मिला कर 56 विकास कार्य किए जाएंगे, जिसमें हल्दौनी मोड़ पर बारिश के वक्त जलभराव की समस्या का समाधान किया जाएगा. इसके साथ ही 8 स्मार्ट विलेज को विकसित किया जाएगा, ग्रेटर नोएडा में तीन एफओबी बनाया जाएगा और टिगरी गोलचक्कर से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रवेश गेट को और अच्छा बनाया जाएगा.
प्राधिकरण ने निकाला 93 करोड़ का टेंडर
ग्रेटर नोएडा का तेजी से विकास हो सके इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 56 विकास कार्य करने वाली है. जिसके लिए प्राधिकरण ने लगभग 93 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला है, टेंडर भरने के लिए कंपनिया 13 मई से इसमें आवेदन कर सकती हैं. प्री क्वालीफिकेशन बिड खुलने की अंतिम तारीख 26 मई है, इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने सेक्टरों और गांवों के रखरखाव विकास से जुड़े कार्यों को तेजी से कराने के निर्देश दिए हैं.
तीन एफओबी के लिए निकला टेंडर
प्राधिकरण सूरजपुर-कासना रोड पर कलेक्ट्रेट के सामने, जगत फार्म और ईशान इंस्टीट्यूट के सामने और कैलाश अस्पताल के सामने फुटओवर ब्रिज एफओबी बनाना चाह रहा है. अब तक प्राधिकरण इसे बीओटी यानी बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफर के आधार पर बनाना चाह रहा था. हालांकि काफी समय होने के बाद भी कंपनियां नहीं आने के कारण अब प्राधिकरण ने इसे खुद बनाने का फैसला किया है, इसलिए प्राधिकरण ने इन तीनों एफओबी के लिए फिर से टेंडर निकाले हैं.
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8 गांवों को बनाया जाएगा स्मार्ट
प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा के 8 गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए भी टेंडर निकाले है, इनमें युसुफपुर चक शाहबेरी, अमीनाबाद उर्फ मियाना, चिपियाना खुर्द उर्फ तिगरी, चीरसी, अस्तौली, सिरसा, छपरौला, सादुल्लापुर और जलपुरा शामिल हैं. ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक लगाने और पांच साल तक रखरखाव के लिए 1.27 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है.
जलभराव की समस्या को किया जाएगा खत्म
दरअसल बारिश के समय में हल्दौनी मोड़ के आसपास जलभराव हो जाता है, जिससे आवाजाही भी बंद होती है. इसको देखते हुए प्राधिकरण ने हल्दौनी मोड़ से हिंडन तक आरसीसी ड्रेन बनाने का निर्णय लिया है, परियोजना विभाग ने इसके लिए भी टेंडर जारी कर दिए हैं. इस पर करीब 5.05 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, टिगरी रोटरी के पास 60 मीटर चौड़ी रोड पर प्रवेश द्वार का मरम्मत कर और सुंदर बनाया जाएगा.
ग्रेटर नोएडा के विकास कार्यों पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक परियोजना एके अरोड़ा ने बताया की टेंडर प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाएगा और उसके बाद तेजी से ग्रेटर नोएडा का विकास किया जाएगा. उन्होंने बताया की अलग-अलग गांवों में छह फीसदी प्लॉटों के लिए पाइपलाइन का तीन सालों तक रखरखाव करने पर 2.38 करोड़ रुपये खर्च होंगे. भनौता गांव में आरसीसी ड्रेन का निर्माण करने के लिए भी टेंडर जारी किया गया है, इस पर करीब 44 लाख रुपये खर्च होंगे. वहीं सेक्टर अल्फा वन कॉमर्शियल बेल्ट का तीन सालों तक रखरखाव के लिए भी टेंडर जारी कर दिए गए हैं.