Noida: लिफ्ट में लोगों के फंसने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला ग्रेटर नोएडा की बीटा-2 थाना इलाके में स्थित कमर्शियल बेल्ट में एस एल टावर (SL Tower) से सामने आया है. यहां एक दर्जन से ज्यादा स्टूडेंट्स दो मंजिलों के बीच लिफ्ट में फंस गए. इसकी जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया. पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मेंटेनेंस डिपार्टमेंट के लोगों को बुलाकर लिफ्ट के दरवाजे को खुलवाया गया. तब जाकर आधा घंटे बाद एक-एक करके सभी स्टूडेंट्स को लिफ्ट से बाहर निकाला गया.


6 महीने में 6 घटनाएं
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि स्टूडेंट्स की छुट्टी हुई थी. इसी के चलते लिफ्ट में ज्यादा स्टूडेंट्स सवार हो गए, जिससे लिफ्ट रुक गई और वे लिफ्ट में फंस गए. लगभग आधे घंटे तक लिफ्ट रुकी रही. आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा में पिछले लगभग 6 महीने के दौरान 6 से अधिक जगहों लिफ्ट के खराब होने लिफ्ट में लोगों के फंसने की घटनाएं हो चुकी है. लोगों का कहना है कि नियमित रूप से लिफ्ट का मेंटेनेंस नहीं होने से इस प्रकार की घटना हो रही हैं. लोगों ने मांग की है कि समय-समय पर लिफ्ट की मेंटेनेंस कराई जाए.


लगातार उठ रहे सवाल
पिछले महीने भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित निराला एस्पायर सोसायटी में एक बच्चा लिफ्ट में फंस गया था. तकरीबन 15 मिनट की मशक्कत के बाद उसको लिफ्ट से बाहर निकाला गया था. उस हादसे की वजह से विवान (8 साल) काफी डर गया था, जिसके बाद परिवार वालों ने सोसायटी प्रबंधन पर कई सवाल उठाए थे. विवान की मां अमृता ने कहा था कि मेरा बच्चा काफी डर गया था. हालांकि वह काफी ज्यादा बहादुर है, जिसकी वजह से उसने खुद की मदद के लिए आवाज लगाई. ऐसा किसी के लिए साथ नहीं होना चाहिए. हम सोसाइटी में रहने के लिए मेंटेनेंस के नाम पर इतने ज्यादा पैसे किस लिए देते हैं, जब हमारा बच्चा ही सुरक्षित नहीं है. हालांकि लगातार हो रही घटनाओं के बाद भी लिफ्ट रुकने के हादसे थम नहीं रहे हैं.


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