गुड़गांव ग्रीन्स सोसायटी बिल्डर की मनमानी के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, खातों की हो फॉरेंसिक ऑडिट
गुड़गांव ग्रीन्स सोसायटी के प्रधान संदीप फोगाट के मुताबिक वर्ष 2022 में पहली बार आरडब्ल्यूए के चुनाव हुए. दो से ज्यादा साल बीत जाने के बाद भी बिल्डर खातों का हिसाब-किताब देने को तैयार नहीं है.
Gurugram News: हरियाणा के गुरुग्राम में बिल्डर एमआर इंडिया के खिलाफ गुड़गांव ग्रीन्स ग्रीन सोसाइटी सेक्टर-102 के निवासी न केवल लामबंद हो गए हैं, बल्कि अनियमितताओं को लेकर लोग सड़कों पर भी उतर आये हैं. सेक्टर 102 के निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने अपनी नकली आरडब्ल्यूए बनाकर 4 सालों तक सोसाइटी की देख-रेख की.
आरडब्ल्यूए प्रधान संदीप फोगाट, डॉक्टर सुरेंद्र अरोड़ा, आलोक कुमार सैनी, नितिन नंदा, महेश शर्मा, हुकुम, आनंद डराल और सतीश तिवारी ने कहा, 'सोसाइटी में 672 फ्लैट हैं, जिनका वर्ष 2019 में खरीददारों को कब्जा मिला था.'
बिल्डर खातों का हिसाब देने के तैयार नहीं
प्रधान संदीप फोगाट के मुताबिक वर्ष 2022 में पहली बार आरडब्ल्यूए के चुनाव हुए और संदीप फोगाट प्रधान निर्वाचित हुए. दो से ज्यादा साल बीत जाने के बाद भी आज तक बिल्डर ने आरडब्ल्यूए के खातों का हिसाब-किताब नहीं दिया. बिल्डर को ब्याज मुक्त मेंटेनेंस सिक्योरिटी सहित लगभग 25 से 30 करोड़ रुपये एसोसिएशन को देने हैं. यह रकम आज तक एसोसिएशन को नहीं दी गई है. दो साल बीत जाने के बाद भी आज तक पिछले चार सालों का लेखा जोखा भी आरडब्ल्यूए को नहीं दिया गया है.
खातों की फॉरेंसिक ऑडिट की मांग
निवासियों ने एसोसिएशन के खातों की फॉरेंसिक ऑडिट की मांग भी रखी है, लेकिन उस पर भी कोई एक्शन नहीं हुआ है. निवासियों ने बिल्डिंग के स्ट्रक्चरल ऑडिट की भी डिमांड रखी, लेकिन वो भी आज तक पूरी नहीं हुई. सभी टॉवरों के लिफ्ट पिटों में पानी भरने से अधिकतर लिफ्टें खराब रहती हैं. उनकी मरम्मत का कार्य बहुत ही धीमीं गति से होता है. किसी भी समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है.
ट्रीटमेंट प्लांट की हालत खराब
बहुत से फ्लैट में दीवारों में दरारें आई हुई हैं. उन्हें भी बिल्डर ठीक नहीं करवा रहा. बेसमेंट और बिजली रूम में भी पानी रिसता रहता है, लेकिन बिल्डर उसकी भी मरम्मत नहीं करवाई जा रही. इसके अलावा, सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की भी हालत दयनीय है. जिसके कारण बदबूदार पानी लोगों के घरों में जा रहा है. बिल्डर आरडब्ल्यूए में भी अपने हितों के लिए गैर जरुरी दखलंदाजी करता रहता है.
बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सोसाइटी के लोगों का कहना है कि रेरा के आदेशों के बाद भी बिल्डर लोगों को देरी से कब्जा देने के लिए मुआवजा नहीं दे रहा. सोसाइटी में जगह जगह गड्ढे खुदे हुए हैं. वैट के नाम पर भी खरीदारों से लिए गए करोड़ों रुपये भी बिल्डर नहीं रिलीज कर रहा. सोसाइटी के लोगों में बिल्डर के प्रति भारी रोष है. लोगों ने बिल्डर से मांग की कि उनकी सभी मांगों को तुरंत पूरा जाए. सोसाइटी में अधूरे पड़े कामों को तुरंत पूरा किया जाए. लोगों ने सरकार से भी मांग की कि बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ताकि वो लोगों की सभी उचित मांगों को तुरंत पूरा करे.
(राजेश यादव की रिपोर्ट)