Farmer Protest: संयुक्त किसान मोर्चा में अहम रोल निभाने वाले गुरुनाम सिंह चढूनी ने एबीपी गंगा से खास बातचीत की. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री को संयुक्त किसान मोर्चा पत्र लिखेगा. अगर उन मांगों पर सरकार सहमति जताती है तो किसानों का आंदोलन समाप्त होगा नहीं तो आगे जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की 27 नवंबर को आखिरी बैठक होगी. बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि किसानों के आंदोलन को खत्म किया जाए या फिर आगे जारी रखा जाए.


कृषि कानून वापसी का नोटिफिकेशन सरकार को देना होगा
गुरुनाम सिंह ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते और ये मुद्दा संयुक्त संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में उठाया गया है. उन्होंने अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त कर कार्रवाई की मांग की. इसके अलावा आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमे सरकार को वापस लेने होंगे. साथ ही मरने वाले किसानों को शहीद का दर्जा देना होगा. इसके अलावा तीनों कृषि कानून वापसी का नोटिफिकेशन जारी कर संयुक्त किसान मोर्चा को देना होगा ताकि संयुक्त किसान मोर्चा के पास सबूत रहे कि अब तीनों कृषि कानून वापस होंगे.


27 नवंबर को बैठक में किसान आंदोलन की रूप रेखा होगी तय
गुरुनाम सिंह ने बताया कि फाइनल बैठक 27 नवंबर को हिंदू बॉर्डर के कजारिया हॉल में की जाएगी. सुबह 11:00 बजे आयोजित बैठक में ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि आखिरकार किसान आंदोलन की रूपरेखा क्या होगी. गुरनाम सिंह ने कहा कि एमएसपी पर कानून लाने की बात हमने पहले भी कही थी और अब भी कह रहे हैं. जब तक कानून नहीं आएगा तब तक हम वापस जाने वाले नहीं हैं. अब ये सरकार को तय करना है कि कानून कब और कैसे लाएगी.


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