Gurugram Crime News: दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लिए गए 15 लाख रुपये में से साढ़े 8 लाख रुपये नहीं लौटाए जाने पर एक युवक का अपहरण कर दिया गया. अपहृत युवक की मां की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया. तुरंत बाद ही टीम गठित करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई और आरोपियों को 15 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया.
गुरुग्राम पुलिस के एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने शनिवार को बताया कि गुरुग्राम पुलिस ने सोनीपत से आरोपियों को गिरफ्तार करके पीड़ित युवक को उनके चंगुल से सुरक्षित छुड़ाया. एसीपी वरुण दहिया के मुताबिक एक फरवरी 2024 को पुलिस को सूचना मिली थी कि खेडक़ीदौला थाना के अंतर्गत बार गुर्जर पुलिस चौकी क्षेत्र में नौरंंगपुर गांव के पास बनी M3M रिहायशी सोसायटी के पास से मनोज नाम के युवक का आरोपी संदीप, मोहित, कुणाल निवासी सोनीपत ने अपहरण कर लिया था.
आरोपियों को सोनीपत से किया गिरफ्तार
अपहरण करके वे उसे सोनीपत ले गए. पुलिस को जैसे ही यह सूचना मिली तो पुलिस सक्रिय हो गई. क्राइम यूनिट मानेसर के इंचार्ज ललित के नेतृत्व में टीम गठित की गई. टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू किए. खेडक़ीदौला थाना के एसएचओ अजय ने क्राइम ब्रांच की टीम के साथ आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस अपहर्ताओं का पीछा करते हुए सोनीपत जा पहुंची. वहां से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और अपहृत मनोज को उनके चंगुल से छुड़ाया.
पीड़ित में नौकरी लगवाने के नाम पर आरोपियों के भांजे से लिए थे पैसे
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि पीड़ित मनोज ने संदीप के भांजे को नौकरी लगवाने की एवज में 15 लाख रुपये लिए थे. वह 15 लाख रुपये नहीं लौटा पाया तो मनोज की हुंडई कार आरोपियों ने ले ली. इसके बाद भी साढ़े 8 लाख रुपये बकाया रहे. बकाया रुपये नहीं दे पा रहे मनोज का अपहरण करने की संदीप ने साथियों के साथ योजना बनाई. इसके बाद एक फरवरी को मनोज का अपहरण कर लिया गया. फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आज जिला अदालत के सामने पेश किया जाएगा.
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