Delhi NCR News: गुरुग्राम (Gurugram) के एक स्कूल में छात्रा की मौत का मामला सामने आया है. यह नाबालिग छात्रा दिव्यांग बच्चों के स्कूल में पढ़ती थी और वहीं रहती भी थी. वह आंखों से देख नहीं सकती थी. उसकी उम्र सात साल थी. छात्रा के परिजनों ने स्कूल पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पुलिस से इसकी शिकायत की है. परिजनों का आरोप है कि स्कूल में बच्ची के साथ मारपीट की गई. वहीं दूसरी तरफ स्कूल प्रबंधन ने इस बात से इनकार किया है. खबर के मुताबिक पुलिस (Gurugram Police) ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.


हाथ-पैर में चोट के निशान
घटना सेक्टर 71 के बहरामपुर के एक एनजीओ के स्कूल की है. यहां संदिग्ध परिस्थितियों में छात्रा की मौत का मामला सामने आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. परिजनों ने इसे लेकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि छात्रा को प्रताड़ित किया जा रहा था. वहीं मौत की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर का कहना है कि बच्ची के हाथ और पैर में चोट के निशान थे. वहीं पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है. छात्रा मूल रूप से झारखंड की रहने वाली थी. 


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छात्रा के पिता ने कहा कि मेरी बेटी को आंखों से दिखाई नहीं देता था. पिछले महीने यानी जुलाई में ही बेटी का यहां एडमिशन कराया गया था. उन्होंने बताया कि बेटी की तबियत खराब होने का फोन स्कूल की तरफ से आया था जिसके बाद वे अस्पताल पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी. उनका यह भी आरोप है कि स्कूल ने तबियत खराब होने के बाद देर से उन्हें इस बात की जानकारी दी. उन्होंने स्कूल पर लापरवाही के भी आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार लगाई है. 


पिता ने लगाए ये आरोप
पिता ने यह भी कहा कि इसके पहले भी कई बार वह स्कूल में पिटाई की बात उनसे फोन पर बता चुकी है. वहीं स्कूल का कहना है कि तबियत खराब होने की वजह से उसकी मौत हुई है. बाथरूम जाने के बाद वह गिर गई थी. स्कूल का यह भी कहना है कि तबियत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 


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