Gurugram News: गुरुग्राम के डॉक्टरों ने किया कमाल, इलाज के बाद आठ दिन की बच्ची कैंसर मुक्त
बच्ची के नवजात होने की वजह से कीमोथेरेपी आसान नहीं था. लेकिन, बच्ची ने कीमोथेरेपी को सहन कर लिया और कोई बड़ा साइड इफेक्ट्स नहीं हुआ. पेट के अल्ट्रासोनोग्राफी से पता चला कि लिवर में ट्यूमर था.
Gurugram News: आठ दिन के मासूम की दुर्लभ बीमारी का इलाज करने में डॉक्टरों को सफलता मिली है. छह चक्र की कीमोथेरेपी के बाद बच्ची अब कैंसर मुक्त है. आठ दिन के नेपाली बच्ची को लीवर कैंसर था. परिजनों ने गुरुग्राम के अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराया. डॉक्टरों का कहना है कि छह चक्र की कीमोथेरेपी और सर्जरी के बाद बच्ची को अब कैंसर मुक्त कर दिया गया है. वर्तमान में तीन महीने की उम्र का हो चुका बच्ची लिवर कैंसर से जूझ रही थी.
आठ दिन की बच्ची में दुर्लभ बीमारी की पहचान
बचपन में लिवर कैंसर की घटना 1.2 प्रति मिलियन है. परिजनों ने गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया. प्रिसिंपल डायरेक्टर विकास दुआ की अगुवाई में डॉक्टरों ने छह चक्र की कीमोथेरेपी और सर्जरी के बाद स्थिति को संभाला. डॉक्टर दुआ ने बताया कि जन्म के आठवें दिन बच्ची लायी गयी थी. बीमारी की पहचान के लिए बच्ची का स्कैन किया गया. स्कैन से दुर्लभ बीमारी लिवर कैंसर का खुलासा हुआ. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के लिए मामला बेहद पेचीदा और जटिल था.
डॉक्टर कीमोथेरेपी से कैंसर मुक्त करने में सफल
बच्ची के नवजात होने की वजह से कीमोथेरेपी आसान नहीं था. लेकिन, बच्ची ने कीमोथेरेपी को सहन कर लिया और कोई बड़ा साइड इफेक्ट्स नहीं हुआ. पेट के अल्ट्रासोनोग्राफी से पता चला कि लिवर के दो सेगमेंट में ट्यूमर था. डॉक्टरों ने ट्यूमर हटाने के लिए कीमोथेरेपी का फैसला लिया. इसलिए सर्जरी के बाद फौरन कीमोथेरेपी शुरू कर दिया गया. डॉक्टरों ने बच्ची को फिर कीमोथेरेपी देने का फैसला किया. डॉक्टर के मुताबिक बच्ची में malignant ट्यूमर को ध्यान में रखते हुए बहुत सावधानी के साथ कम मात्रा में कीमोथेरेपी दी गई. ऐसा ना करने पर लिवर के काम बंद करने की आशंका थी. वर्तमान में मरीज तीन महीने की हो चुकी है और डॉक्टरों की गहन निगरानी में है.