Gurugram Namaz News दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरूग्राम के सेक्टर-37 में नमाज पढ़े जाने वाले स्थान पर आज जुम्मे की नमाज नहीं हो सकी. नमाज वाले स्थान पर हिंदू संगठन के लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए, हनुमान चालीसा का पाठ किया और जय श्रीराम के नारे लगाए. इस दौरान हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत व उनके अलावा 10 शहीद हुए जवानों के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया और उसके बाद पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी गई. वहीं नमाज पढ़े जाने वाले स्थान पर एकत्रित हुए हिंदू संगठन के लोगों ने कहा कि हम खुले में नमाज नहीं पढ़ने देंगे. वहीं संगठन के लोगों ने यह भी कहा कि अगर प्रशासन इसकी इजाजत देता है तो हमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन बिना प्रशासन की इजाजत के बिना गांव की जमीन पर मुस्लिम समुदाय को नमाज नहीं पढ़ने देंगे. अगर नमाज पढ़नी है तो अपने घर या मस्जिद में जाकर पढ़ें. 


गुरुग्राम के सेक्टर-37 में लगातार एक महीने से भी ज्यादा समय से खुले में नमाज का स्थानीय लोग और हिंदू संगठन के लोग विरोध करते आ रहे हैं. पिछले सप्ताह भी पुलिस के पहरे के बीच नमाज पढ़ी गई थी. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों को नमाज पढ़ने से मना करने वाले लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. बता दें कि पिछले सप्ताह भी नमाज को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों में खूब बहस बाजी में हुई थी. इसके साथ-साथ ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यहां के लोगों से हमें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन बाहर से लोग आकर नमाज पढ़ते हैं तो हमें उससे दिक्कत है. इसके साथ-साथ यह भी कहा कि हमारा कोई ऐसा इरादा नहीं है कि हम किसी भी धर्म के खिलाफ जाएं. साथ ही ग्रामीणों ने यह भी कहा कि मुस्लिम समुदाय के लिए प्रशासन ने 13 मस्जिद व 6 अन्य स्थान दिए गए हैं, वहां जाकर वो नमाज पढ़ें, लेकिन कोई भी उन्मादी यहां आता है तो हम ग्रामीण उनके लिए हम यहां खड़े हैं. जुटे हुए लोगों ने कहा कि जो यहां नमाज पढ़ने आते हैं वह सभी दूरदराज से आते हैं. इनका मकसद सिर्फ गुरुग्राम की अमन शांति को खराब करना है.


 





गुरुग्राम के सेक्टर-37 में जुम्मे की नमाज पढ़ने आए कुछ लोगों को हिंदू संगठन के लोगों ने दूर से ही मना कर दिया कि यहां पर ना आएं. इस दौरान एक मुस्लिम व्यक्ति हिंदू संगठन के लोगों से उलझ पड़ा. उसने वहां पर खड़े लोगों से कहा कि मैं नमाज यहीं पढूंगा चाहे तो मुझे गोली मार दो. लेकिन वहां मौजूद हिंदू संगठन कुछ लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए और मुस्लिम व्यक्ति को कहा कि हम क्यों मारें, आप यहां से जाओ बस. वहीं मुस्लिम व्यक्ति ने वहां से गुस्से में निकलते हुए कहा कि 'वह हमें नमाज नहीं पढ़ने दे रहे हैं और हमारे साथ बदमाशी कर रहे हैं. हमने किया क्या है...क्या कसूर है हमारा...लोगों की इंसानियत बिल्कुल मर चुकी है...हमारा कसूर क्या है ये बताइए...नमाज ही तो पढ़ते हैं जुम्मे की...क्या राम मना करते हैं कि नमाज मत पढ़ो...बताइए हम मर जाएं...इस देश ने कुछ नहीं किया...हमें नमाज नहीं पढ़ने दी जा रही....' 


हिंदू संगठन लगातार बात कर रहा है कि परमिशन दिखाओ और नमाज पढ़ लो लेकिन मुस्लिम समुदाय बार-बार यह कह रहा है कि हमारे पास परमिशन है लेकिन परमिशन की कॉपी कोई दिखाने का कोई नाम नहीं ले रहा है. जबकि मुस्लिम समुदाय के एक गुट ने सोमवार को जिला उपायुक्त गुरुग्राम को एक मेमोरेंडम सौंपा जिसमें हिंदू-मुस्लिम के बीच खराब हो रहे रिश्तो के बारे में कहा गया है. मेमोरेंडम में कहा गया है कि जहां पर प्रशासन परमिशन देगा वहीं पर नमाज की जाएगी, इसी को देखते हुए प्रशासन ने कुल 19 स्थानों पर नमाज पढ़ने की अनुमति दी लेकिन मुस्लिम समुदाय के दूसरे गुट ने इसका मंगलवार जिला उपायुक्त कार्यालय में जाकर विरोध जताया. उन्होंने भी एक मेमोरेंडम जिला उपायुक्त को सौंपा.


गुरुग्राम में लगातार बिगड़ते सौहार्द के चलते जिला प्रशासन ने 19 स्थानों पर नमाज पढ़ने की अनुमति दे दी है. लेकिन जिस प्रकार खुले में नमाज पढ़ने का विरोध लगातार जारी है और अब 2 सप्ताह से हिंदू मुस्लिम के बीच वाद-विवाद भी शुरू हो गया है. ऐसे में अगर प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए तो वह दिन दूर नहीं जब गुरुग्राम में दो समुदायों के बीच कोई बड़ा बवाल हो जाए.


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