Gurugram Monsoon News: गुरुग्राम में हाल के वर्षों में देखा गया है कि, बरसात के समय शहर में जगह-जगह पानी जमा हो जाता है. पानी जमा होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब गुरुग्राम नगर निगम (एमसीजी) ने शहर में मानसून की सभी तैयारियों को पूरा करने के लिए 30 जून की समय सीमा तय की है. ताकि यहां के निवासियों को बारिश के मौसम में परेशानी ना हो.


ऐसे में गुरुग्राम नगर निगम द्वारा तय की गई समय सीमा में अब केवल 10 सप्ताह बचे हैं. एमसीजी के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि वे आवश्यक उपायों को समय से पूरा नहीं कर पा रहे थे, लेकिन उन्होंने कहा कि जब कोविड लॉकडाउन था तब 2020 की तुलना में 2021 की स्थिती बेहतर थी. साथ ही कोविड के चलते काम करने वालों की कमी हो गई थी और इसीलिए मानसून की तैयारी में देरी हुई थी, जिससे शहर में भारी जलभराव हो गया था. 


मॉनसून की तौयारियों के लिए 30 जून तक समय सीमा 
एमसीजी आयुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने शनिवार को 41 पन्नों का आंतरिक आदेश जारी किया, मुकेश कुमार आहूजा ने मॉनसून के लिए 30 जून की समय सीमा निर्धारित की है. साथ ही उन्होंने अतिरिक्त आयुक्तों और संयुक्त आयुक्तों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया और आगामी मानसून के लिए अन्य अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियां सौंपीं.


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तालाब को दुरुस्त करने का हो रहा काम
आहूजा के आदेश के साथ एमसीजी के मानसून की तैयारी के उपायों पर डिटेल था, जिसमें पता चला कि केवल पांच तालाब-जहाजगढ़ तालाब, सिरहौल तालाब, सुखराली तालाब, बसई दादा भाया तालाब, 37 तालाबों का कादीपुर तालाब विकसित किया गया है. जबकि शेष बचे 32 तालाबों का काम चल रहा है. 


एमसीजी के अधिकारियों ने पिछले साल दिसंबर में प्रमुख सड़कों पर बाढ़ को रोकने, स्थानीय जलभराव को कम करने और शहर के भूजल स्तर को रिचार्ज करने में मदद करने के लिए नगर निकाय के अधिकार क्षेत्र में तालाबों को विकसित करने का निर्णय लिया था. जिला प्रशासन की भूजल सेल की रिपोर्ट के अनुसार, शहर में पानी का स्तर 2021 में गिरकर 36.99 मीटर हो गया, जो 2018 में 33.23 मीटर था.


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