Gurugram Namaz Controversy: गुरुग्राम में खुले में जुमे की नमाज पढ़ने का मामला अभी भी शांत होता नहीं दिख रहा है. पिछले कुछ महीने से लगातार मुस्लिम समाज के गुरुग्राम में खुले में जुमे की नमाज पढ़ने का कई हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा में कहा कि किसी भी समुदाय को सार्वजनिक स्थान पर धार्मिक प्रार्थना नहीं करनी चाहिए.
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सभी धर्मों के लोग निर्धारित धार्मिक स्थानों जैसे मंदिर,मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च में प्रार्थना करते हैं. लेकिन सभी बड़े त्योहारों और कार्यक्रमों के लिये खुले में अनुमति दी जाती है. उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय के सदस्य को खुले स्थान पर ऐसे कार्यक्रम नहीं करने चाहिए. अगर वे करना चाहते हैं तो मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च में कर सकते हैं. यह सभी की जिम्मेदारी है कि शांतिपूर्ण माहौल कायम रहे और समाज में कोई टकराव न हो.
कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने उठाया था मुद्दा
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जब कुछ लोग ऐसे स्थानों के बाहर खुले में प्रार्थना करते हैं तो टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. यह ऐसा मुद्दा नहीं है, जिसे हवा देनी चाहिए क्योंकि इससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है. आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा में शून्यकाल के दौरान नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने हिंदू संगठनों द्वारा खुले में जुमे की नमाज पढ़ने के विरोध का मुद्दा उठाया था, जिसके जवाब में मुख्यमंत्री मोनहर लाल खट्टर ने ये जवाब दिया.
इससे पहले सीएम खट्टर ने नमाज को लेकर दिया था बयान
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि गुरुग्राम खुले में नमाज पढ़ने की प्रथा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. लेकिन हम सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेंगे. इस बीच प्रशासन ने कुछ जगहों को चिन्हित किया है, जहां मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा कर सकते हैं.
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