Gurugram Cyber Fraud News: हरियाणा के गुरुग्राम में साइबर ठगी का मामला खूब फल फूल रहा है. ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, साइबर ठगी गैंग के सदस्यों ने पहले मुंबई के एक युवक को बेहतर नौकरी दिलाने के नाम पर उसे गुरुग्राम ले आए. यहां पर उसे साइबर ठगी का काम करने के लिए मजबूर कर जरायम की दुनिया में धकेल दिया. 


पीड़ित युवक को फर्जी बैंक खाते खोलने के लिए मजबूर करते हुए अपराध की दुनिया में धकेल दिया. आखिर उसे ऐसा कराने के आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। अब गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 


अच्छी नौकरी दिलवाने का किया था वादा 


सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) प्रियांशु दीवान के मुताबिक बताया कि मुंबई के 29 वर्षीय व्यक्ति को नौकरी लगवाने के नाम पर गुरुग्राम लाया गया. फिर उसे एक दर्जन से अधिक बैंक खाते खोलने के लिए मजबूर किया गया, जिनका इस्तेमाल साइबर अपराधियों ने किया. उन्होंने कहा कि मामले में शामिल दो संदिग्धों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. पीड़ित की पहचान मुंबई के मीरा रोड निवासी साहिल शाहन शरीफ के रूप में हुई है.


साहिल की मुलाकात मई में हरियाणा के कुरुक्षेत्र के बंटी कुमार से हुई थी. बंटी कुमार ने शरीफ को नौकरी दिलाने का वादा किया था. फिर उसे 26 मई को उसे गुरुग्राम ले आया. जहां उसे पालम विहार में किराए के मकान में रखा गया. 


प्रियांशु दीवान ने बताया कि बंटी कुमार ने शरीफ को हिसार के हांसी में रहने वाले अपने साथी रिशु से मिलवाया. दोनों आरोपियों ने शरीफ को भरोसा दिलाया कि वे उसकी नौकरी के लिए चार से पांच कंपनियों में बात चल रही है. 


पीड़ित के नाम से इन बैंकों में खुलवाए खाते


इसी क्रम में ठग उसे साईबर ठगी के लिए बैंक खाते खुलवाने के लिए कई बैंकों में लेकर गए. वे शरीफ को एमजी रोड गुरुग्राम स्थित फेडरल बैंक, पालम विहार में एचडीएफसी बैंक, सुखराली में केनरा बैंक, इंडियन बैंक और यूनियन बैंक की सेक्टर-31 समेत कई बैंकों में लेकर गए. शरीफ का खाता खुलवाने के साथ ही वे बैंक से मिलने वाली किट अपने पास रखते गए. फिर, उसी अकाउंट के जरिए साइबर ठगी करते थे.


गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का किया पर्दाफाश, आरोपी ऐसे देते थे ठगी की वारदात को अंजाम?


(राजेश यादव रिपोर्ट)