Gurugram News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटी साइबर सिटी गुरुग्राम में प्रदूषण (Gurugram pollution) का सत्र लगातार बढ़ता जा रहा है. गुरुग्राम में तो GRAP लागू होने के बावजूद भी प्रदूषण के स्तर में कोई कमी नहीं आई है. साइबर सिटी गुरुग्राम की आबोहवा लगातार जहरीली होती जा रही है. प्रशासन के लचीले रवैये को देखते हुए इसमें कमी की गुंजाइश बहुत कम है.
प्रदूषण का स्तर अभी से खाराब
दिल्ली एनसीआर में सर्दी के मौसम ने अभी दस्तक भी नहीं दी है कि प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. कुछ दिनों से साइबर सिटी गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है. गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से भी ज्यादा दर्ज किया गया है, जिससे आबोहवा दूषित हो रही है. साइबर सिटी गुरुग्राम की बात करें तो गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में बना हुआ है. जिला प्रशासन के द्वारा प्रदूषण के बढ़ते स्तर को रोकने के लिए तैयारी की गई है, लेकिन यह तैयारी हर वर्ष सर्दी शुरू होने से पहले की जाती है और अभी तक यह केवल दिखावा ही साबित हुआ है. यही वजह है कि प्रदूषण का स्तर घट नहीं पाता है.
GRAP पर अमल के लिए कई टीमें गठित
प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप सिंह की मानें तो प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए ग्रेप को लागू किया गया है. वहीं, पटाखों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा, उस तरह से पाबंदियां भी बढ़ती चली जाएगी. ग्रेप के अलग-अलग चरण को लागू किया जाएगा. साथ ही गुरुग्राम में पांच ऐसी टीमों का गठन किया गया है जो धरातल पर काम करेगी और प्रदूषण फैलाने वाले लोगों पर कार्रवाई कर चालान की प्रक्रिया भी अमल में लगाएगी.
पाबंदियों के बावजूद भी नहीं घटा प्रदूषण
बहरहाल, बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए जिला प्रशासन और ग्रेप के द्वारा कई पाबंदियां लगाई जाएगी. वही यह एक ऐसी समस्या है जो हर साल लोगों के लिए परेशानियां लेकर आती हैं. ऐसे में देखना होगा की आखिरकार गुरुग्रामवासियों को बढ़ते प्रदूषण से राहत मिल पाती है या नहीं. क्योंकि प्रदूषण को रोकने के लिए हर्ष वर्ष प्रशासन की तरफ से कई तरह की पाबंदियां लगाई जाती है पाबंदियां पर अमल भी किया जाता है लेकिन फिर भी प्रदूषण का स्तर घटने की बजाय बढ़ता ही जाता है.