Gurugram Smog Tower: गुरुग्राम को जल्द मिलेगी वायु प्रदूषण से राहत, दिल्ली की तर्ज पर लगाए जाएंगे स्मॉग टॉवर
दिल्ली की तर्ज पर अब गुरुग्राम में भी वायु प्रदूषण ( Air Pollution) की समस्या से निपटने के लिए स्मॉग टॉवर लगाए जाएंगे. इस साल शहर को व्हीकल फ्री जोन के साथ स्मॉग टॉवर मिलने की उम्मीद है.
Gurugram Smog Tower: दिल्ली-एनसीआर (Delhi- NCR) में वायु प्रदूषण (Air Pollution) बड़ी समस्या है. दिल्ली में इससे निपटने के लिए हाल ही में स्मॉग टॉवर (Smog Tower) लगाए गए थे. इसी तर्ज पर अब गुरुग्राम में भी वायु प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या से निपटने के लिए स्मॉग टॉवर लगावाए जाएंगे. गौरतलब है कि इस साल शहर को व्हीकल फ्री जोन के साथ स्मॉग टॉवर मिलने की संभावना है.
अधिकारियों को वायु प्रदूषण रोकने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश
इस संबंध में गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjit Singh) ने मंगलवार को एक समीक्षा बैठक के दौरान जिला अधिकारियों को शहर में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को रोकने के लिए एक योजना तैयार करने का निर्देश भी दिया था. सिंह ने बैठक के दौरान कहा कि, “प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, अधिकारियों को गुरुग्राम में दिल्ली के कनॉट प्लेस में बनाए गए स्मॉग टावरों की तर्ज पर स्मॉग टावर लगाने की योजना पर काम करना होगा. गुरुग्राम एक तेजी से विकासशील जिला है. यहां की वायु गुणवत्ता और भूजल स्तर में सुधार के लिए गंभीर प्रयासों की जरूरत है. अधिकारियों को वायु प्रदूषण की जांच के लिए शहर में वाहन-मुक्त क्षेत्र भी विकसित करने चाहिए. ”
स्मॉग टॉवर के लिए इस महीने ही जारी किए जाएंगे टेंडर
वहीं हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर वी के मीणा ने कहा, “हम निर्देशों पर काम कर रहे हैं और इस महीने ही टेंडर जारी करेंगे, ताकि स्मॉग टॉवर की स्थापना पांच से छह महीने के भीतर पूरी की जा सके. हम इसे एक स्थानीय सामुदायिक केंद्र में स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन स्थान अभी तय नहीं किया गया है. हम शहर में ऐसे हिस्सों की पहचान करने के लिए अन्य विभागों के साथ भी काम करना शुरू करेंगे, जिन्हें व्हीकल फ्री जोन में बनाया जा सकता है.
वायु प्रदूषण समस्या का लॉन्ग टर्म सॉल्यूशन नहीं है स्मॉग टॉवर- एक्सपर्ट्स
वहीं बता दें कि, विशेषज्ञों ने लंबे समय से तर्क दिया है कि स्मॉग टॉवर दिल्ली-एनसीआर की वायु प्रदूषण समस्या का लॉन्ग टर्म सॉल्यूशन नहीं है. विशेषज्ञों ने दोहराया है कि लोगों को स्वच्छ हवा में सांस लेने के लिए स्मॉग टॉवर के बेहद करीब रहना होगा. इसके साथ ही शहर भर में हवा की क्वालिटी को सुधारने के लिए ऐसे हजारों स्मॉग टावर लगाने होंगे.
दिल्ली-एनसीआर में AQI खराब श्रेणी में दर्ज किया गया
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार आज दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 266 है. वहीं गुरुग्राम में ये 204 है. आपको बता दें कि एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.
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