H3N2 Virus: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने देश सहित पूरी दुनिया को शारीरिक और मानसिक रूप से गहरा चोट पहुंचाया है और यही वजह है कि अब किसी भी वायरस और बीमारी की दस्तक से लोग खौफ में आ जाते हैं. बीते महीनों से भारत में एक नए वायरस एच3एन2 की दस्तक ने लोगों को फिर से चिंता में डाल दिया है. कई राज्यों में इससे संक्रमित मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं दिल्ली (Delhi) में भी बीते दिनों की रिपोर्ट के अनुसार एच3एन2 वायरस से संबंधित लगभग 150 प्रतिशत मरीजों के अस्पतालों में आने की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. एलएनजेपी अस्पताल (LNJP Hospital) प्रशासन ने भी जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में बढ़ते मरीजों को देखते हुए अस्पतालों में बेड को रिजर्व किया गया है.


इसके अलावा लोगों से आईसीएमआर के गाइडलाइन को पूरी तरह पालन करने की भी अपील की गई है. एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि राजधानी में बढ़ते संक्रमित मरीजों को देखते हुए एलएनजेपी अस्पताल में 20 बेड को रिजर्व किया गया है. वहीं लोगों को आईसीएमआर के गाइडलाइन को पूरी तरह पालन करने की भी हिदायत दी गई है. संक्रमित मरीजों को 20 अलग-अलग बेड वाले आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा. साथ ही वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 15 चिकित्सकों की स्पेशल टीम को भी गठित किया गया है, जो बढ़ते संक्रमण पर विशेष निगरानी रखेंगे.


'परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चे रखें खास ख्याल'


डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि यह वायरस बुजुर्गों और बच्चों पर सबसे ज्यादा प्रभावी है. इसको देखते हुए खासतौर पर सालाना परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चे विशेष सतर्क रहें. इम्यूनिटी को बेहतर करने वाले खानपान का ज्यादा इस्तेमाल करें. इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर ही बाहर निकले. बाहर निकलते समय अच्छे मास्क का प्रयोग जरूर करें. वहीं सभी को सतर्क करते हुए यह भी बताया कि बुखार आने पर या वायरस से जुड़े किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर चिकित्सकों से तुरंत संपर्क करना बहुत आवश्यक है.


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