Hisar News: हिसार में अग्निवीर भर्ती परीक्षा में किसी दूसरे की जगह फिजिकल टेस्ट देने पहुंचे 14 अभ्यर्थी पकड़े, ऐसे हुआ मामले का खुलासा
Agniveer Recruitment: भर्ती प्रक्रिया के दौरान जब एडमिट कार्ड स्कैन किये गए तो बायोमीट्रिक मैच ही नहीं हुई, जिसके बाद इन सभी अभ्यर्थियों को अयोग्य करार देते हुए, चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.
Haryana News: अग्निपथ योजना के तहत हिसार के आर्मी कैंट में चल रही अग्निवीरों की भर्ती के दौरान सेना के अधिकारियों ने फतेहाबाद के 14 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ा है. ये सभी नकली एडमिट कार्ड के साथ भर्ती में शामिल होने पहुंचे थे, लेकिन जब सेना के अधिकारियों ने एडमिट कार्ड पर लगे बार कोड को स्कैन किया तो पता चला की ये एडमिट कार्ड फर्जी हैं और इन्हें दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके बनाया गया है.
किसी दूसरे की जगह परीक्षा देने पहुंचे थे
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ये सभी किसी दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर फिजिकल टेस्ट क्लियर करने पहुंचे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना के अधिकारी इस मामले की जांच में जुट गए हैं. अभी तक की जांच में सामने आया है कि ये सभी फर्जी एडमिट कार्ड किसी कम्प्यूटर सेंटर पर तैयार किए गए थे. ये सभी लोग गरीब परिवार के बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि ये सभी लोग चंद रुपयों के लालच में आकर दूसरे छात्रों की फिजिकल परीक्षा देने पहुंचे थे. सेना ने सभी 14 अभ्यर्थियों को अयोग्य करार देते हुए चेतावनी देकर छोड़ दिया.
ऐसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा
बता दें कि शुक्रवार सुबह फतेहाबाद के अलावा, हिसार, जींद आदि जिलों में चल रही भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थी भाग लेने पहुंचे थे. इस दौरान सभी उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड पर बार कोड स्कैनिंग की गई, स्कैनिंग में 14 उम्मीदवारों के फर्जी होने का पता चला. इन सभी ने कम्प्यूटर की मदद से एडमिट कार्ड को क्रॉप करके यह फर्जीवाड़ा किया था.
धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
वहीं, कर्नल मोहित सिंह ने बताया कि फर्जी एडमिट कार्ड के साथ भर्ती में शामिल होने वाले लोगों के मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी क्योंकि ऐसे लोग योग्य उम्मीदवारों की राह में बाधा बनते हैं.
क्या हैं भर्ती के मानक
सबसे पहले अभ्यर्थियों को 1600 मीटर की दौड़ से गुजरना होता है, इसके बाद कम से कम 6 और अधिकतम 10 चिनअप यानी बीम लगानी होती है. इसके बाद उन्हें नौ फीट चौड़े गड्डे को कूदकर पार करना होता है. जिगजैग बैलेंसिंग दिखानी होती है. इन सब के बाद छात्र का एफएमटी यानी फिजिकल मेजरिंग टेस्ट होता है, जिसमें छात्र की लंबाई, वजन और सीने की नाप ली जाती है. इसके बाद चिकित्सकों द्वारा मेडिकल जांच होती है और फिर अंत में दस्तावेजों का सत्यापन होता है. इसके बाद अभ्यर्थी का कॉमन एंट्रेंस टेस्ट होता है. सभी स्टेप पूरा करने के बाद मैरिट बनती है, मेरिट के आधार पर अग्निवीर का चयन होता है.
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