Haryana News: हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने शनिवार को कहा कि हाल ही मे ओलावृष्टि से जिन भी गांवों के किसानों की फसल खराब हुई हे उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा और यह मुआवजा वर्तमान में 12 हजार रूपये प्रति एकड़ दिए जा रहे मुआवजे से ज्यादा होगा.
खट्टर ने सोनीपत जिले के झरोठी गांव में फसल क्षति से संबंधित किसानों के कार्यक्रम में कहा कि आगामी कैबिनेट बैठक में इसकी घोषणा कर दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए अनेक घोषणाएं करते हुए कहा कि वह स्वयं एक किसान के बेटे हैं और पूरा हरियाणा उनके परिवार के समान है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अन्त्योदय की भावना से काम किया जा रहा है. हरियाणा किसानों की धरती है और 70 प्रतिशत खेती यहां की जाती है. किसान जब खुशहाल होता है तो दुकानदार, कर्मचारी, व्यापारी, कारखाना चलाने वाले लोगों को भी फायदा होता है. खट्टर ने कहा कि कोरोना काल में राज्य सरकार की ओर से किसानों को 16 हजार करोड़ रूपये दिए गए, 2015 में जब बारिश के कारण फसल खराब हुई थी तब किसानों के खाते में डेढ माह में पैसा डाल दिया गया जबकि पूर्व की सरकारों में दो, चार एवं 10 रूपये तक के चेक भी किसानों को दिए गए.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर कही ये बात
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली तो यह तय किया गया कि 500 रूपये से कम किसी भी किसान का चेक नहीं बनेगा. उनका कहना था कि पिछली सरकारों में फसल क्षति के मुआवजे के प्रति एकड़ 5700 रूपये दिए जाते थे, उनकी सरकार ने 12 हजार रूपये प्रति एकड़ का मुआवजा किया गया. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘दो एकड़ से कम जमीन में बुआई करने वाले किसानों की फसल का प्रीमियम राज्य सरकार वहन करेगी. दो से पांच एकड तक की बुआई करने वाले किसानों की जमीन की फसल बीमा किश्त आधी प्रदेश सरकार देगी. ’’ उन्होंने पांच एकड़ से अधिक बुआई करने वाले किसानों से अपील की कि वे अपना प्रीमियम स्वयं भरे, क्योंकि वे सक्षम हैं.
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