(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana News: वायु प्रदूषण को लेकर हरियाणा सरकार ने चार जिलों के स्कूलों को लेकर किया ये बड़ा फैसला
Hariyana News : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से लगे हरियाणा के चार जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर में सरकार ने स्कूल बंद करने का निर्णय लिया.
Haryana News: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदुषण को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने चार जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया है. दिल्ली से लगे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के चार जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर में स्कूल बंद रहेंगे. इसके साथ ही सभी निर्माण गतिविधियों (गैर-प्रदूषणकारी गतिविधियों को छोड़कर) पर पूरी तरह से बैन रहेगा. डीजल जेनरेटर सेटों के संचालन पर भी पूरी तरह बैन रहेगा. ये आदेश हरियाणा सरकार की तरफ से वायु प्रदुषण को देखते हुए तत्काल प्रभाव से लागु कर दिया गया है. स्कूल को बंद करने का निर्णय सुप्रीम कोर्ट के वायु प्रदुषण को लेकर की गई टिप्पणी के बाद लिया गया है.
दिल्ली सरकार पहले ही बंद कर चुकी है स्कूल
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन वी रमन्ना ने कहा कि वायु प्रदुषण हर दिन बढ़ते जा रहा है और हम समय की बर्बादी के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं. दिल्ली सरकार ने भी इसके बाद गुरुवार को ही दिल्ली के सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए थे. दिल्ली सरकार की ओर से पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि वायु प्रदुषण को देखते हुए सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे. मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हम वायू प्रदुषण की स्थिति में सुधार होने पर ही स्कूलों को दोबारा खोलेंगे.
Air Pollution Crisis | Haryana Govt orders closing of all schools in Gurugram, Sonipat, Faridabad and Jhajjar until further orders. There will be a complete ban on all construction activities (except the non-polluting activities. Complete ban on operation of Diesel Generator Sets pic.twitter.com/miQzocJfFK
— ANI (@ANI) December 3, 2021
वायु प्रदुषण पर पहले भी निर्णय दे चुका है सुप्रीम कोर्ट
बता दें कि दिवाली के बाद से ही दिल्ली में लगातार वायु प्रदुषण की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कोर्ट ने पहले भी वायु प्रदुषण को देखते हुए दिल्ली और आसपास के इलाकों में होने वाले कंस्ट्रकशन के कामों बंद करने का आदेश दिया था. जिसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ.
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