Haryana News: एक बार फिर चर्चा में आए IAS खेमका, जानिए सरकारों से कैसे लेते रहे टक्कर
IAS Ashok Khemka: सीनियर आईएएस अफसर अशोक खेमका का एक बार फिर ट्रांसफर हो गया है. 30 साल के लंबे करियर में ये उनका 55वां ट्रांसफर है. जानिए आईएएस खेमका कैसे सरकारों से टक्कर लेते रहे हैं.
IAS Ashok Khemka Transfer: कांग्रेस के शासनकाल में रॉबर्ट वाड्रा की लैंड डील को रद्द कर पूरे देश में चर्चा में आने वाले सीनियर आईएएस अशोक खेमका से सरकार ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट लेकर आर्काइव में एसीएस लगाया है. यह आईएएस खेमका का 55वां तबादला है. हुड्डा सरकार ने 21 तबादले झेलने वाले खेमका का बीजेपी सरकार के 8 वर्ष के शासनकाल में यह नौवां ट्रांसफर है. आर्काइव विभाग पहले राजशेखर बिंदु के पास अतिरिक्त चार्ज के तौर पर था.
2012 में वाड्रा मामले के तुरंत बाद भी कांग्रेस सरकार ने उन्हें आर्काइव विभाग में सेक्रेटरी लगाया था. 2014 में बीजेपी सरकार बनने के बाद उन्हें इसी साल नवंबर में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का कमिश्नर बनाया गया लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें आर्कियोलॉजी एंड म्यूजियम विभाग सौंपा गया.
30 साल के लंबे करियर में ये उनका 55वां ट्रांसफर है. सूत्रों का कहना है कि आर्काइव विभाग का 2 करोड़ रुपये का सालाना बजट है और यहां सप्ताह की मुश्किल से 7 फाइलें भी नहीं बनती है. सरकार ने एचसीएस अधिकारियों में रादौर के एसडीएम मानव मलिक को हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड का जांच अधिकारी लगाया है. इस प्रकार पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अमित कुमार को रादौर का एसडीएम नियुक्त किया है.
हरियाणा सिविल सेवा के चार अधिकारियों का भी तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया है. बयान में तबादलों के लिए किसी विशेष कारण का उल्लेख नहीं किया गया है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक, खेमका ने सूत्रों के अनुसार लिखा, “यह सुझाव दिया जाता है कि एसीएस रैंक के एक अधिकारी को एक सप्ताह में कम से कम 40 घंटे के कुल कार्यभार वाले विभाग सौंपे जा सकते हैं. यदि कैडर अधिकारियों के लिए पर्याप्त कार्यभार नहीं है, तो गैर-कैडर अधिकारियों को प्रशासनिक सचिवों से हटाया जा सकता है और उनके अपने विभागों में प्रत्यावर्तित किया जा सकता है.”
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