Haryana Nuh Clash: नूंह हिंसा का मेट्रो यात्रियों में बना खौफ, 25% तक घटी संख्या, इन जगहों पर भी पसरा सन्नाटा
दिल्ली से गुरुग्राम को जोड़ने वाली येलो लाईन मेट्रो में सवार होने वाले मेट्रो यात्रियों की संख्या में खासी गिरावट देखी जा रही है. इसके अलावा मॉल्स, मल्टीपैक्स आदि पर भी सन्नाटा पसरा हुआ नजर आ रहा है.
Delhi News: बीते दिनों गुरुग्राम, नूंह समेत हरियाणा के कई इलाकों में हुई हिंसा और आगजनी का असर मेट्रो राईडरशिप पर भी पड़ा है. हिंसा की घटनाओं को देखते हुए गुरुग्राम स्थित कई ऑफिस की तरफ से कर्मियों को वर्क फ्रॉम होम का विकल्प दे दिया गया है. जिस वजह से दिल्ली से गुरुग्राम को जोड़ने वाली येलो लाईन मेट्रो में सवार होने वाले मेट्रो यात्रियों की संख्या में खासी गिरावट देखी जा रही है. इसके अलावा मॉल्स, मल्टीपैक्स और गुरुग्राम के मशहूर पार्टी प्लेसेज पर भी सन्नाटा पसरा हुआ नजर आ रहा है.
मेट्रो में 25 प्रतिशत कम यात्री हो रहे सवार
डीएमआरसी से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार, 31 जुलाई को जिस दिन गुरुग्राम से सटे नूंह में हिंसा भड़की थी, उस दिन येलो लाइन के मिलेनियम सिटी सेंटर स्टेशन से 56,918 लोगों ने मेट्रो में सफर किया था. वहीं मंगलवार को यहां से सवार होने वाले यात्रियों की संख्या घट कर 49,436 हो गयी थी और फिर इसके अगले दिन यानी बुधवार को संख्या में और भी गिरावट आई और यह संख्या कम होकर महज 38,788 रह गई. जबकि सामन्यत कार्य दिवसों पर मेट्रो में सवार होने वाले यात्रियों की संख्या 50 से 55 हजार के बीच होती है.
मेट्रो स्टेशन खुले रहे, लेकिन यात्री ही नहीं आए
डीएमआरसी के आंकड़ों के अनुसार हिंसा के कारण मेट्रो में यात्रियों की संख्या में 25 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. हिंसक घटनाओं के बावजूद मेट्रो का परिचालन नियमित रूप से जारी रहा. गुरुग्राम के सभी मेट्रो स्टेशन भी खुले रहे, लेकिन यात्री ही कम आए. डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, गुरुग्राम और उससे सटे जिन इलाकों में हिंसक घटनाएं हो रही थीं, वहां से येलो लाइन का आखिरी स्टेशन मिलेनियम सिटी सेंटर काफी दूर है. मेट्रो स्टेशनों के आस-पास इस तरह की कोई घटना नहीं हो रही थी. इस वजह से स्टेशनों को बंद करने या मेट्रो का परिचालन रोकने की नौबत नहीं आई, लेकिन सीआईएसएफ और स्थानीय पुलिस ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टेशन परिसर के अंदर और आस-पास सुरक्षा जरूर बढ़ा दी थी, जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो.
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