Faridabad News: फरीदाबाद में सेप्टिक टैंक की सफाई दौरान फिर दो सफाईकर्मियों की मौत, दम घुटने से हुआ हादसा
फरीदाबाद में दो सफाई कर्मियों की सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान, जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई है. दोनों मृतक उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जो एक निजी ठेकेदार के लिए काम करते थे.
Faridabad News: फरीदाबाद (Faridabad) के सेक्टर 14 के हुड्डा बाजार (Huda Market) में दो सफाईकर्मियों (Sanitation Worker) की, दस फीट गहरे सेप्टिक टैंक (Septic Tank) की सफाई के दौरान जहरीली गैस (Poisonous Gases) के कारण मौत हो गई. इन दोनों की मौत की सूचना देर शाम पुलिस को मिली. दोनों सफाईकर्मियों को उनके ठेकेदार ने सेक्टर 14 के हुड्डा बाजार के एक निजी होटल की सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए भेजा था. मृतकों में एक बलदीर उम्र 45 साल और प्रदीप उम्र 50 साल हरि नगर तिगांव के निवासी बताये जा रह हैं.
जहरीली गैस से घुटा दम
पुलिस ने सफाई कर्मियों के मौत का कारण बताते हुए कहा, सेप्टिक टैंक में तरल कचरे (Liquid Waste) की सफाई के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने के कारण दोनों की मौत हो गई. पुलिस ने इस संबंध में आगे बताया कि, सबसे पहले बलदीर सेप्टिक टैंक से नीचे उतरा, जहां वह जहरीली गैस में सांस लेने के बाद होश खो बैठा, प्रदीप के के बार बार बुलाने पर भी जब कोई जवाब नहीं आया, तो उसने भी अंदर जाने का फैसला किया, जहां उसकी भी दम घुटने से मौत हो गई.
पुलिस ने सूचना मिलने के बाद दोनों को बाहर निकाला और सेक्टर 10 के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया. वहीं सेक्टर 14 पुलिस ने उत्तर प्रदेश में रह रहे मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया है, संबंधित मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि, "मृतकों के परिजनों के आने के बाद, हम इस मामले में जरुरी कार्रवाई करेंगे.
नगरपालिका संघ के अध्यक्ष ने कही ये बात
हरियाणा नगर पालिका संघ के अध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने इस मामले में कहा कि, "हाथ से मैला उठाने पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध लगा दिया है, फिर भी यह काम बड़े पैमाने पर सरकार के नाक के नीचे हो रहा है." वहीं उन्होंने आगे कहा कि, "फरीदाबाद में ऐसे सैकड़ों कर्मचारी हैं, जो ठेकेदारों के अधीन काम करते हैं, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इनका पंजीकरण करने और सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाये और परिवारों को मुआवजा दिया जाये.
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