हरियाणा  विजिलेंस टीम ने सोमवार को गुरुग्राम में एक बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार करने के लिए जीएसटी नंबर जारी करने के नाम पर 2 लाख रुपये की रिश्वत लेने वाली एक महिला एक्साइज इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है. इस मामले को लेकर टीम ने बताया कि फरीदाबाद के निवासी मोहित ने करनाल में एक शिकायत दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया गया कि बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार के लिए जीएसटी नंबर जारी करने के नाम पर गुरुग्रम में एक्साइज अधिकारी ने उसे 7 लाख रुपये की मांग की है.


मोहित ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर सुमित्रा गोदरा ने सोमवार को 2 लाख रुपये के टोकन पैसे के साथ अपने कार्यालय में बुलाया. इसके बाद गुरुग्राम विजिलेंस टीम के साथ करनाल की विशेष टीम मौके पर पहुंच गई और रिश्वत को स्वीकार लेते हुए सुमित्रा गोदारा को रंगे हाथ पकड़ा. विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर सुमित कुमार ने बताया क मोहित ने बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर का काम करने के लिए जीएसटी नंबर के लिए अप्रैल में आवेदन किया था. एक बार उसका आवेदन निरस्त होने के बाद उसने दोबारा से आवेदन किया.


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फिर वह फरीदाबाद में तैनात ईटीओ से मिला तो उन्होंने उसे गुरुगाम में तैनात इंस्पेक्टर सुमित्रा गोदारा से संपर्क करने की बात कही. ईटीओ के कहने पर सुमित्रा गोदारा से मिला और फिर उन्होंने उससे रिश्वत की मांग की. वहीं फिर टीम ने ईटीओ रोशनलाल को भी धर दबोचा है और दोनों अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. डीजी विजिलेंस स्तर पर इस मामले की कार्रवाई की गई, जिसमें इसकी जिम्मेदारी एसपी करनाल राजेश फौगाट को सौंपी गई.