Hath Se Hath Jodo: दिल्ली में कांग्रेस का 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान, कहा- 'राहुल गांधी की यात्रा से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार'
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद अब कांग्रेस बड़े पैमाने पर देश भर में हाथ से हाथ जोड़ो (Hath Se Hath Jodo) अभियान चला कर लोगों को साथ जोड़ने की कोशिश में लग गई है.
Hath Se Hath Jodo Campaign: हाल ही में संपन्न हुई राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को लोगों का भरपूर समर्थन मिला. इसे देखते हुए कांग्रेस (Congress) ने भारत जोड़ो यात्रा के समापन से पहले 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत की. 30 जनवरी को संपन्न हुए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस बड़े पैमाने पर देश भर में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चला कर लोगों को साथ जोड़ने की कोशिश में लग गई है.
देश भर में दो महीने महीने तक चलने वाला हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 26 जनवरी से शुरू हो कर 25 मार्च तक ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की ओर से चलाया जा रहा है. इसके लिए सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर मीटिंग आयोजित कर सफलतापूर्वक इस अभियान को अंजाम देने की रणनीतियों पर चर्चा की जा रही है. इस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के लोगों से डोर टू डोर संपर्क कर भारत जोड़ो यात्रा के संदेशों को लोगों तक पहुंचाएंगे.
'गुलामी के साये में रह रहे हैं लोग'
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर पहले जहां राहुल गांधी ने इसके राजनीतिक नहीं होने की बात कही थी, तो अब उनकी पार्टी और कार्यकर्ता भी इसे राजनीतिक न बताते हुए यात्रा को उस सोच के खिलाफ निकाली गई यात्रा बता रहे हैं, जिस सोच की वजह से लोगों में डर का माहौल बन गया है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि एक अलग तरह की गुलामी के साये में लोग रह रहे हैं, लोगों को बोलने की आजादी नहीं है, इसलिए भाई-चारे, सौहार्द और देश को एक करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा निकाली गई थी. इसी यात्रा के संदेश को आगे हर घर तक पहचाने के लिए हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत की गई है.
कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो अभियान
इसी कड़ी में गुरुवार को छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के महरौली और बदरपुर जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्रवाल धर्मशाला में एक संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किया. इसमें कई नेता और कार्यकर्ता एकजुट हो कर कांग्रेस की हाथ जोड़ो अभियान को आगे बढ़ाने की मुहिम को लेकर काफी उत्साहित नजर आए. इस अभियान के प्रभारी डॉ. मदन मोहन झा के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेंद्र नाथ, पंडित टेकचंद शर्मा और पूर्व सासंद रमेश कुमार ने इस अभियान को घर-घर ले जाने के लिए प्रेरित किया.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हुआ नई ऊर्जा का संचार- मदन मोहन झा
इस मौके पर अभियान के प्रभारी डॉ. मदन मोहन झा ने बताया कि कार्यकर्ताओं में राहुल गांधी की पद यात्रा से एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है, जो निश्चित ही कांग्रेस के लिए काफी फायदेमंद होने जा रहा है. उसी ऊर्जा के साथ कांग्रेस की हाथ जोड़ो यात्रा को भी सफल बनाये जाने की कोशिश है. हालांकि, कांग्रेस राहुल गांधी की पद यात्रा और इस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को राजनीतिक बताने से बच रही है, लेकिन कहीं न कहीं इन माध्यमों से अगले साल होने वाले चुनाव के लिए जनता को साधने की कोशिश भी की जा रही है.
मदन मोहन झा ने बजट का बताया निराशाजनक
वहीं उन्होंने इस बार के आम बजट को लेकर कहा कि इस बजट में गरीब-माध्यम वर्गीय परिवार के लिए कुछ भी नहीं है. महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है, लेकिन उसे लेकर इस बजट में कोई घोषणा नहीं किया जाना काफी निराशाजनक है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार, जहां 40 में से 39 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी, उस राज्य के लिए भी किसी प्रकार की कोई घोषणा नहीं की गई. न बिहार को अब तक विशेष राज्य का दर्जा मिला और न ही बिहार के लिए कोई विशेष पैकेज घोषित किया गया. इससे बिहार के लोगों में निराशा है.
वहीं उन्होंने बीजेपी के वादों की याद दिलाते हुए कहा कि हर साल दो करोड़ नौकरी देने की बात कही गई थी. उस हिसाब से 16 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए था, लेकिन वास्तविकता में ऐसा हुआ नहीं. अगले साल लोकसभा का चुनाव होना है, बावजूद केंद्र सरकार ने आम जनता को कोई राहत नहीं दिया है.
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