Hathras Stampede: हाथरस की घटना पर संजय सिंह की प्रतिक्रिया, बोले- 'इस तरह के बाबा...'
Hathras Satsang Stampede: आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा है कि हाथरस में हुई भगदड़ में जो लोग मारे गए वह समाज के सबसे पिछड़े लोग हैं. वहां की हालत और शवों की तस्वीरें देखकर आंसू आ रहे हैं.
Hathras Stampede News: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ की घटना पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया आई है. संजय सिंह ने कहा है कि अपने राजनीति फायदे के लिए इस तरह के बाबा का बाजार विकसित हो रहा है. कैसे इतनी भीड़ जमा हो गई. मुवाअजा का घोषणा करना चाहिए. धर्म के नाम पर धंधा बंद होना चाहिए. आम आदमी पार्टी के सांसद ने कहा कि कल हाथरस में हुई भगदड़ में जो लोग मारे गए वह समाज के सबसे पिछड़े लोग हैं. वहां की हालत देखकर और शवों की तस्वीरें देखकर आंसू आ रहे हैं.
इसके अलावा संजय सिंह ने कहा कि इस देश में इंसान की कोई कीमत नहीं रह गई है. पुल गिर जाए, भगदड़ मच जाए और लोगों की जान चली जाती है. एक व्यक्ति अपना बाबा बाजार खड़ा कर रहा है और उस पर कोई नियंत्रण नहीं है. हरियाणा में देख लीजिए, एक बाबा हत्या और बलात्कार का दोषी है और वह जब चाहता है तब बाहर आ जाता है. पूरी सरकार उसके आगे नतमस्तक हो जाती है.
संजय सिंह ने बीजेपी पर साधा निशाना
साथ ही संजय सिंह ने गुजरात में कांग्रेस कार्यालय पर हुए हमले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कर्म से हिंसक है. गुजरात में कांग्रेस के कार्यालय पर हमला हुआ है.
हाथरस में हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत
बता दें कि यूपी के हाथरस जिले में हुई भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है. राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई. राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं. अधिकांश अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई. हाल के वर्षों में हुई यह सबसे बड़ी त्रासदी है. कुछ लोगों का कहना है कि लोग प्रवचनकर्ता की कार के पीछे भागते समय कीचड़ में फिसल गए, जिससे भगदड़ मच गई.
हाथरस जिले के फुलरई गांव में नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों अनुयायी पहुंचे हुए थे. राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को इस हादसे में मरने वालों की संख्या 116 बताई थी, जिनमें सात बच्चे, एक पुरुष और बाकी सभी महिलाएं हैं. राहत आयुक्त की ओर से जारी की गई ताजा सूची के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है, जिनमें से 19 की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं और लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.