Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई लगातार बारिश के कारण 15 घर ढह गए, जबकि एक घर का एक हिस्सा ढहने से 56 वर्षीय एक महिला की दबकर मौत हो गई. पीड़िता की पहचान करोल बाग निवासी 56 वर्षीय रंजीत कौर के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक सबसे पहले उसके क्वार्टर का एक हिस्सा ढह गया. जब वह कुछ सामान निकालने के लिए अंदर गई तो दूसरा हिस्सा उसके ऊपर गिर गया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि क्वार्टर जर्जर हालत में था और भारी बारिश की वजह से ढह गया. वहीं लगातार बारिश की वजह से दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी में देश बंधु कॉलेज की एक दीवार गिर गई, जिससे कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं.


दिल्ली ट्रैफिक पुलिस यातायात विभाग को जलभराव से संबंधित 56 और गिरे हुए पेड़ों के संबंध में छह कॉल प्राप्त हुईं. जलभराव होने के कारण मिंटो ब्रिज को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया. तिलक ब्रिज अंडरपास से भी भारी जलभराव की सूचना मिली है. 




MCD की तैयारी फुस्स, जलभराव से लोग रहे परेशान 


दिल्ली यातायात पुलिस के मुताबिक मध्य दिल्ली के कनॉट प्लेस में कई दुकानों में पानी भर गया. इसके अलावा, पांडव नगर अंडरपास, आईटीओ ब्रिज, पुराना किला रोड, बारापुला रोड, सरिता विहार चौक, द्वारका अंडरपास, मथुरा रोड पर प्रगति मैदान के गेट नंबर 6 और 7 के बीच कैरिजवे, निजामुद्दीन खत्ते के पास, मयूर विहार फेज -2, कालकाजी में हरिजन कॉलोनी, जंगपुरा एक्सटेंशन, पहाड़गंज में नबी करीम और शाहदरा के गौतम पुरी, नोएडा सेक्टर 12/22, इलाके में  में जलभराव की सूचना मिली. इसके मुताबिक, द्वारका लिंक रोड, रोहतक रोड, विकास मार्ग, एम्स फ्लाईओवर के नीचे, मूलचंद फ्लाईओवर के नीचे, एमबी रोड, मदर टेरेसा क्रिसेंट-सरदार पटेल मार्ग, तिलक ब्रिज के नीचे और नजफगढ़ समेत कई इलाकों से जलभराव की शिकायतें मिलीं. पेड़ गिरने से संबंधित कॉल जंतर मंतर रोड, चंदगी राम अखाड़ा, अमृता शेरगिल मार्ग, डीडीयू मार्ग, धीरपुर मेन रोड और मदर टेरेसा क्रिसेंट से प्राप्त हुईं. 


जलभराव और पेड़ गिरने के 24 मामले दर्ज


दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकार क्षेत्र में आने वाले दो इलाकों में भी पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं.एमसीडी अधिकारियों के मुताबिक, कालकाजी में हरिजन कॉलोनी, जंगपुरा एक्सटेंशन, पहाड़गंज में नबी करीम और शाहदरा के गौतम पुरी इलाके में जलभराव की सूचना मिली है. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने जलभराव और पेड़ गिरने के 24 मामले दर्ज किए. एनडीएमसी अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, लुटियंस दिल्ली में पांच पेड़ उखड़ गए और पेड़ों की शाखाओं के टूटने की 11 घटनाएं दर्ज की गईं. दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी, डीजेबी, पीडब्लूडी डिपार्टमेंट और अन्य एजेंसियों को जलभराव से पार पाने के लिए बारिश से पहले सभी तैयारियों को अंजाम देने को कहा था, लेकिन बारिश ने दिल्ली की पोल खोलकर रख दी. 


IMD का येलो अलर्ट


बता दें कि शनिवार को दिल्ली में पहली मॉनसून की बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है. आईएमडी के मुताबिक शनिवार को अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो मौसमी औसत से आठ डिग्री कम है. सापेक्षिक आर्द्रता 96 प्रतिशत से 100 प्रतिशत के बीच रही. रविवार बादल छाए रहने और मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है और अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 30 और 24 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है.  शनिवार को भारी बारिश के कारण दिल्ली की सड़कें जलमग्न हो गईं, नालियां उफन गईं और बड़े पैमाने पर जलजमाव हो गया, जिससे घंटों तक यातायात रुक गया. मोटर चालकों और पैदल यात्रियों को जलजमाव वाली सड़कों, फ्लाईओवरों और फुटपाथों से गुजरने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जबकि व्यापारियों को कई क्षेत्रों में बारिश के पानी को अपनी दुकानों में घुसने से रोकने के लिए संघर्ष करना पड़ा.




टूटा 20 साल का रिकॉर्ड


दिल्ली में शनिवार को सुबह 8 बजकर 30 30 मिनट से शाम 5 बजकर 30 मिनट के बीच 126.1 मिमी बारिश हुई. 10 जुलाई, 2023 को दर्ज की गई 133.4 मिमी बारिश पिछले 20 साल में एक दिन में अब तक का सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई. एक अधिकारी ने कहा कि शहर ने 21 जुलाई, 1958 को 266.2 मिलीमीटर का अब तक का उच्चतम स्तर दर्ज किया था.


ये भी पढ़ें: Delhi Liquor Scam News: 'ED-CBI से नहीं डरती AAP', आतिशी बोलीं- झूठ फैलाने के लिए BJP सिसोदिया और उनके परिवार से मांगें माफी