Hindenburg New Report: अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार (10 अगस्त) को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख माधवी बुच के खिलाफ एक नया खुलासा किया है. हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि सेबी की अध्यक्ष बुच और उनके पति के पास कथित अडानी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी.
अब इस मसले पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "हिंडनबर्ग खुलासे की भनक सरकार को लग गई थी. यही वजह है कि तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद का सत्र समाप्त कर दिया. मोदी सरकार सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी है. अपने दोस्त अडानी को बचाने के लिए पीएम मोदी ने उसी SEBI अध्यक्ष से जांच कराई, जिसने घोटाला किया. सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले पर पुनर्विचार करे. इस संबंध में 10 बजकर 30 मिनट पर पार्टी ऑफिस में महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस है."
जयराम रमेश ने भी उठाए सवाल
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के हमले से पहले बीती रात कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी की ओर से बयान जारी कर कहा था, “अडानी मेगास्कैम की जांच करने के लिए सेबी की अजीब अनिच्छा लंबे समय से देखी जा रही थी. खासकर सुप्रीम कोर्ट की विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट आने के बाद से. समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि सेबी ने 2018 में विदेशी फंडों के स्वामित्व से संबंधित रिपोर्टिंग आवश्यकताओं को कमजोर कर दिया था और साल 2019 में पूरी तरह से हटा दिया था.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के अनुसार हिंडनबर्ग की नई रिसर्च रिपोर्ट गौतम अडानी की ओर से सेबी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने के तुरंत बाद बुच के साथ लगातार दो 2022 बैठकों पर सवाल उठाते हैं.
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