ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. चक्रपाणि महाराज ने ज्ञानवापी मसले को लेकर सबसे पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है. चक्रपाणि महाराज ने कहा कि औवेसी औरंगजेब और जिन्ना की भाषा बोलते हैं और वह औरंगजेब की अगुवाई कर रहे हैं. पाकिस्तान में जैसे ईशनिंदा के तहत कार्रवाई होती है ऐसे ही भारत सरकार भी देहनिंदा के तहत कार्रवाई करे. इसके आगे चक्रपाणि महाराज ने कहा कि हम भी पक्ष रखेंगे, मुस्लिम भी अपने पक्ष रखेंगे और मुझे विश्वास कि कोर्ट हिंदू के पक्ष में निर्णय देगा.


हाल ही में चक्रपाणि महाराज ने कहा था कि ज्ञानवापी मंदिर में सर्वे के पहले ही कोबरा सांप का निकलना भगवान शिव की मौजूदगी का संकेत है. बाहर नंदी और अंदर सांप भगवान विशेश्वर का यही स्थान है, जो औरंगजेब ने तोड़ा था. बता दें कि हाल ही में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में साफ कहा गया है कि मुसलमानों को धार्मिक पालन की अनुमति है. इसका साफ मतलब है कि हम वहां वजू कर सकते हैं.


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ज्ञानवापी मसले की सुनवाई अब जिला अदालत करेगी.


इसके साथ ही ओवैसी ने शिवलिंग मिलने के हिंदू पक्ष के दावे पर कहा था कि यह एक फव्वारा है, अगर ऐसा होता है तो भारत सरकार को ताजमहल के सभी फव्वारे बंद कर देने चाहिए. बीजेपी देश को 1990 के दशक में वापस ले जाना चाहती है जब दंगे हुए थे. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को आदेश दिया कि ज्ञानवापी मसले की सुनवाई अब जिला अदालत करेगी. मुस्लिम पक्ष ने मामला जिला जज को भेजने के आदेश का विरोध किया लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे दरकिनार कर दिया.


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