Delhi News: राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौंसले कितने बुलंद हो चुके हैं इसकी बानगी एक बार फिर से दक्षिणी दिल्ली के बदरपुर थाना इलाके में देखने को मिली. जहां एक युवक को बदसलूकी का विरोध करना काफी महंगा पड़ गया. दो बदमाशों ने मिलकर दिन-दहाड़े एक युवक की पहले तो जमकर पिटाई कर डाली. जब इतने पर भी उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने चाकू निकालकर ताबड़तोड़ युवक पर हमला कर दिया और फिर मौके से चलते बने.


नहीं आया कोई भी बचाने


हैरानी की बात ये है कि भरी दोपहर हुए इस घटना के दौरान आसपास कई लोग मौजूद थे और पास ही एक दुकान भी थीं जहां लोग खरीदारी कर रहे थे. लेकिन न तो किसी ने बीच-बचाव करने की कोशिश की और न ही कोई उसे बचाने के लिए ही आगे आया. पीड़ित युवक पर भी ठीक उसी तरह बेरहमी से हमला किया गया, जैसा कि पिछले दिनों रोहिणी में साक्षी नाम की नाबालिग लड़की पर चाकू से हमला किया गया था. हमले में बुरी तरह से घायल हुए 18 वर्षीय सुमित को इलाज के लिए एम्स ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.


युवक की हालत गंभीर


पुलिस अधिकारी ने बताया कि 18 वर्षीय सुमित गौतम अपने परिवार के साथ बदरपुर इलाके में रहता है. बदरपुर पुलिस को शुक्रवार दोपहर युवक को मोहन बाबा नगर के गली नम्बर 9 में चाकू मारने की सूचना मिली थी. जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां सुमित खून से लथपथ हालत में पड़ा हुआ था. पुलिस टीम तुंरत उसे एम्स ट्रॉमा ले कर गयी. जहां उसका इलाज चल रहा है. सुमित की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है. 


विरोध करने पर चाकू से गोदा


सुमित ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि वह अपने घर के सामान लेने के लिए निकला था. रास्ते में उसे जितेंद्र उर्फ ​​जीतू अपने एक दोस्त के साथ मिला. जितेन्द्र ने सुमित को रोका और फिर उसके साथ बदसलूकी शुरू कर दी. सुमित ने उसका विरोध करते हुए उससे झगड़ा शुरू कर दिया. जिससे गुस्साए दोनों दोस्तों ने उसकी जमकर पिटाई की और फिर चाकू से कई वार कर मौके से फरार हो गए. पुलिस ने सुमित के बयान पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. जितेन्द्र बदरपुर का घोषित बैड करेक्टर है.


पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी


बहरहाल पुलिस आरोपियों की पहचान के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. लेकिन जिस तरह से राजधानी में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही गेन, उससे दो बातें सामने आ रही हैं, एक तो ऐसा लगता है कि बदमाशों में पुलिस और कानून-व्यवस्था का कोई डर नहीं रहा तभी दिन-दहाड़े ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, दूसरी दिल्ली के लोग क्या इतने संवेदनहीन हो चुके हैं जो उनके सामने किसी के ऊपर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया जा रहा है और लोग वहां से ऐसे गुजर जाते हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो.