Delhi Fire: दिल्ली के वजीराबाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में कैसे लगी आग, क्या कहते हैं फायर अधिकारी?
Delhi Fire Accident: दिल्ली फायर सेवा के अफसर अशोक कुमार जायसवाल के मुताबिक घटना के वक्त वजीराबाद प्रशिक्षण केंद्र में 4,000 से अधिक जब्त वाहन खड़े थे.
Delhi Police Wazirabad Training Centre Fire: दिल्ली में हीटवेव की वजह से आगजनी की घटनाओं में इजाफा का सिलसिला जारी है. 30 मई को दिल्ली पुलिस के वजीराबाद ट्रेनिंग सेंटर में ऐसी आग लगी कि 300 से ज्यादा वाहन धू-धूकर जल गए. अभी आग लगने की मूल वजह का पता नहीं पाया है, लेकिन दिल्ली फायर सेवा के अधिकारी प्रचंड गर्मी को इस घटना के पीछे तत्कालिक कारण मान रहे हैं.
दरअसल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वजीराबाद इलाके में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के 'मालखाना' में 30 मई को आग लगने से कम से कम 300 वाहन जलकर खाक हो गया. दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के अधिकारियों के मुताबिक आग लगने की इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आग की इस घटना में करीब 125 चार पहिया वाहन और 175 दो पहिया वाहन जलकर खाक हुए हैं.
डीएफएस के प्रभागीय अधिकारी अशोक कुमार जायसवाल ने कहा, ‘‘हमें अपराह्न दो बजकर 37 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली. दमकल की कुल 14 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
मालखाने में खड़े थे 4 हजार वाहन
दिल्ली फायर सेवा के अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण केंद्र में 4,000 से अधिक जब्त वाहन खड़े थे. अशोक कुमार जायसवाल ने कहा, ‘‘यह इलाका पांच एकड़ से अधिक में फैला हुआ है और आग 300 से ज्यादा गाड़ियों के ढेर में लगी थी. हमारी टीमों ने तुरंत आग बुझाना शुरू कर दिया. आग की जांच के लिए कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं.’’
तो ये है आग लगने की वजह!
ये है उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर आग लगने के दो संभावित कारण हो सकते हैं. जायसवाल ने कहा, ‘‘एक यह कि किसी ने सिगरेट या बीड़ी के टुकड़े फेंके होंगे, जिससे सूखी पत्तियां और झाड़ियां आग पकड़ ली होगी या स्वतःस्फूर्त दहन भी आग का कारण हो सकता है, जिसमें वाहन की बैटरियों से निकली चिंगारी से आग लग सकती है.’’
जांच में जुटी पुलिस
फायर सेवा के अफसर के मुताबिक , आग बुझाने के लिए 40 दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा, ‘‘वाहन के सीट कवर और पेंट में आग अधिक तेजी से लगती है.’’ आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है और पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि क्षतिग्रस्त वाहनों की सही संख्या की जांच संबंधित जिले और पुलिस थानों की सूची और रिकार्ड से की जाएगी.
सूत्रों ने कहा, ‘‘मामले की आगे की जांच शुरू करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों और अपराध टीम ने घटनास्थल का दौरा किया.’’ आग लगने के बाद दूर से ही घना काला धुआं उठता हुआ दिखाई दे रहा था.