Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने ताजा बयान में कहा है कि आप रोज अखबारों में पढ़ते होगे, किस तरह से हमारे काम में अड़चनें लगाने की कोशिश की हो रही है. दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग पर सुप्रीम कोर्ट का 11 मई को आदेश आया था. शीर्ष अदालत ने कहा था कि चुनी हुई सरकार के पास सारे अधिकार होने चाहिए। मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के पास यानी एक निर्वाचित सरकार के पास ही ये अधिकार होने चाहिए, लेकिन क्या हुआ, इन्होंने 8 दिन के अंदर यानी 19 मई को दिल्ली अध्यादेश (Delhi Services Act 2023) लाकर शीर्ष अदालत का आदेश पलट दिया. 


'फ्री' की सभी सेवाएं बंद नहीं होने दूंगा


दिल्ली के सीएम ने कहा कि केंद्र ने फिर से सरकार की पावर छीन ली. इसके बावजूद मैं, आपको ये कहना चाहता हूं कि आप चिंता मत करना, मैं हूं न, आपका काम नहीं रुकने दूंगा. चाहे जो मर्जी ये कर लें. ये मेरी कितनी पावर छीन लें. अब तो आपने मुख्यमंत्री बना दिया. साल 2014 में तो मैं कुछ भी नहीं था. रामलीला मैदान में बैठकर इनसे काम करवा लेता था. हो सकता है, किसी काम में देर लग जाए. जो काम 10 दिनों होने चाहिए, उसमें कुछ ज्यादा समय लग जाए. ये भी हो सकता है कि जिस काम में साल भर लगते हैं, वो दस दिन में हो जाएं. उसके बाद से दिल्ली सरकार के काम में लगातार बाधाएं खड़ी करने का काम जारी है, लेकिन आप चिंता ना करना, आपके स्कूल और मोहल्ला क्लिनिक चलते रहेंगे। आपके काम नहीं रुकने दूंगा।  मुफ्त की सारी सेवाएं चलती रहेंगी. आपको फ्री में बिजली मिलती रहेगी. पानी फ्री में मिलता रहेगा. मोहल्ला क्लीनिक चलते रहेंगे. 



भरोसा है- 'प्यार और आशीर्वाद मिलता रहेगा'


हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में केस किया है. मुझे उम्मीद है, सुप्रीम कोर्ट हमारे पक्ष में फैसला देगा. शीर्ष अदालत ने हमेशा दिल्ली की जनता का ख्याल रखा है. इस बार भी ख्याल रखेगा. मुझे उम्मीद है, आप का प्यार मिलता रहेगा. आगे भी आप अपना आशीर्वाद मुझे देते रहेंगे. मुझे आपसे और कुछ नहीं चाहिए. मेरा वादा है, कोई काम रुकने नहीं दूंगा. जिंदगी भर यानी आखिरी सांस तक आपके लिए काम करता रहूंगा. बहुत बहुत शुक्रिया.


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