Delhi News: ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग हादसे के बाद एजेंसियां एक्शन मोड में हैं. कोचिंग संस्थानों के खिलाफ जांच अभियान तेज कर दिया गया है. नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर सख्त कार्रवाई भी हो रही है. मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने बताया कि बिल्डिंग बॉयलॉज उल्लंघन करने पर कोचिंग संस्थानों की संपत्तियों को सील किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पश्चिमी, मध्य और नजफगढ़ जोन में अवैध रूप से चल रहे 34 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील किया गया है.


पश्चिमी जोन में 23, मध्य जोन में 8 और नजफगढ़ जोन में 3 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट पर सीलिंग की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. उन्होंने बताया कि मध्य जोन में 14 कोचिंग सेंटरों को नोटिस दिए गए थे. नोटिस मिलने के बाद 6 कोचिंग संस्थानों ने जगह को खाली कर दिया. 8 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट पर सीलिंग की कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि कार्रवाई सुरक्षा नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने और भविष्य में होने वाली घटनाओं को रोकने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है.


34 कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट पर सीलिंग की कार्रवाई


उन्होंने कहा कि बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग संस्थानों और संपत्तियों की पहचान के लिए सर्वे हो रहा है. मेयर ने कहा कि नगर निगम भवन निर्माण नियमों का उल्लंघन करने वाली संपत्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जारी रखेगा.


बिल्डिंग बायलॉज को सख्ती से लागू करने और छात्रों समेत नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एमसीडी प्रतिबद्ध है. आपको बताते चलें कि 27 जुलाई को राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जलभराव होने से तीन छात्रों की मौत हो गयी थी. घटना के विरोध में यूपीएससी प्रतिभागी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम की टीम भी एक्शन मोड में है.


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